
24CITYLIVE/बिहार/डेस्क: गोपालगंज जिले के महम्मदपुर व बैकुंठपुर क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित ऑर्केस्ट्रा के ठिकानों पर बुधवार तड़के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रेस्क्यू टीम की मदद से पुलिस ने छापेमारी की।
इस दौरान ऑर्केस्ट्रा में जबरन कार्य करने वाली नौ लड़कियों को मुक्त कराया गया। इसमें पांच से छह किशोरियां बताई जा रही हैं। सभी लड़कियां बहला-फुसलाकर लाई गई हैं।
कार्रवाई के दौरान ऑर्केस्ट्रा संचालक दो आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें महम्मदपुर निवासी नंद कुमार पटेल के पुत्र ऑर्केस्ट्रा संचालक अभय पटेल एवं भागलपुर जिले निवासी गोपालपुर थाना क्षेत्र के तीनटेंगा करारी गांव निवासी सिकंदर सिंह की पत्नी रेखा देवी शामिल हैं। महम्मदपुर थाना क्षेत्र के खोरमपुर व बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में दिघवा दुबौली में कार्रवाई की गई।
जानकारी के अनुसार, सूचना मिली थी कि कुछ नाबालिग बच्चियों से जबरन नृत्य कराया जा रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की ओर से मामले पर संज्ञान लेते हुए आयोग के सदस्य प्रियांग कानूनगो द्वारा एक पत्र जिले के एसपी के पास भेजा गया। इसमें उन्होंने जिक्र किया है कि सूचना मिली थी कि कुछ नाबालिग लड़कियों को विभिन्न राज्यों से गोपालगंज में तस्करी कर लाया गया है।
इन लड़कियों का शोषण किया जा रहा है। जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर बचाव अभियान चलाने, बचाव के बाद नाबालिग लड़कियों का बयान दर्ज करने और परिवार को सौंपने के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कराएं। साथ ही उचित धाराओं के तहत इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ प्राथमिकी करने की भी बात कही गई।
इसको लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकारी आयोग द्वारा टीम का गठन किया गया। साथ ही संयुक्त अभियान दिल्ली से मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में रेस्क्यू फाउंडेशन के जांच अधिकारी अक्षय पांडेय, नारायणी सेवा संस्थान के अखिलेंद्र सिंह, रेस्क्यू एंड रिलीफ फाउंडेशन वेस्ट बंगाल के शसिद्धांत घोष के अलावा साइबर डीएसपी अवंतिका दिलीप कुमार व महिला थानाध्यक्ष अल्का शर्मा ने छापेमारी की।
इस दौरान नौ लड़कियों को मुक्त कराया गया। वहीं, महिला थाना की पुलिस ने सभी मुक्त हुई लड़कियों को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा। छापेमारी दल में शामिल नारायणी सेवा संस्थान के अखिलेंद्र सिंह ने बताया कि बाल संरक्षण गृह में सुरक्षित आश्रय प्रदान किया जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपितों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है।
इस संदर्भ टीम के नेतृत्वकर्ता वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि लड़कियों से जबरन ऑर्केस्ट्रा में नृत्य कराया जा रहा है। हमारी सहयोगी संस्था नारायणी सेवा संस्था से जांच कराई गई। जांच के दौरान सूचना सत्य पाई गई। इसको लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को सूचित किया गया। मानवाधिकार आयोग द्वारा गोपालगंज पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। साथ ही पुलिस के सहयोग से बैकुंठपुर और महम्मदपुर थाना क्षेत्र में रेस्क्यू अभियान चलाया गया। इसमें लड़कियां बरामद किया गया।
बरामद की गई लड़कियों में सात पश्चित बंगाल की रहने वाली हैं, जबकि दो बिहार के भागलपुर जिले की। उन्होंने बताया कि छह महीने और साल भर से ही ये बच्ची काम कर रही थीं। बच्चियों ने बताया कि उन्हें अभी तक पैसा नहीं दिया गया। पांच से छह लड़कियां ऐसी हैं, जिन्हें पता ही नहीं की कितना पैसा मिलता है। इनसे जबरन काम लिया जा रहा था।
काम की तलाश में भटकते हुए ऑर्केस्ट्रा तक पहुंचीं लड़कियां
जिले के बैकुंठपुर व महम्मदपुर थाना क्षेत्र में ऑर्केस्ट्रा में कार्य करने वाली कुछ लड़कियों ने बताया कि घर में गरीबी के कारण काम की तलाश थी। एक महिला घर में कार्य कराने के बहाने बुलाकर ऑर्केस्ट्रा में काम करवा रही है।
रेस्क्यू फाउंडेशन के जांच अधिकारी अक्षय पांडे ने बताया कि तीन लड़कियों से काउंसलिंग की हमें पता चला कि कुछ ऐसी लड़कियां है जो अपने दोस्तों के कारण यहां तक आई थी। उन्हें बताया गया कि यहां नृत्य करने में कोई दिक्कत नहीं, प्रत्येक नाइट को 2000 रुपये मिलेंगे।
जब भी लड़कियां जाने की बात कहतीं तब भी उन्हें कहा जाता कि जब शादी का सीजन खत्म हो जाएगा तब चले जाना। बताया कि रेस्क्यू करने के बाद लड़कियों को महिला थाना लेकर आए हैं। मेडिकल करा सिवान के सेंटर होम रखा गया जाएगा।
जब भी घर जाने की बात कहती, किया जाता था परेशान
बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के खोरमपुर चौक स्थित एक ऑर्केस्ट्रा में कार्य करने वाली किशोरी ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल से अपने दोस्त के साथ बिहार घूमने आई थी। यहां कुछ दिन रहने के बाद उसे नृत्य करने के लिए बोला गया। फिर क्या इसके बाद उसे ऑर्केस्ट्रा संचालक ने घर जाने ही नहीं दिया। उसने काफी प्रयास भी किया, लेकिन उसे नहीं जाने दिया गया और परेशान किया गया।