
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: बिहार की प्रशासनिक मशीनरी में इसी महीने बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी है। इस बाबत उच्च स्तर पर विमर्श भी शुरू है। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना के पहले इस बारे निर्णय लिया जाना तय है।
नए विकास आयुक्त का पदस्थापन एक के पहले
वर्तमान में विकास आयुक्त के पद पर कार्यरत प्रत्यय अमृत एक सितंबर को मुख्य सचिव का कामकाज संभालेंगें। उनके मुख्य सचिव बनने के बाद विकास आयुक्त का पद रिक्त हो जाएगा, इसलिए एक सितंबर से पहले विकास आयुक्त के पद पर किसी अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी को पदस्थापित किया जाएगा।

स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन विभाग में भी नए अपर मुख्य सचिव
स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन विभाग में भी नए अपर मुख्य सचिव को पदस्थापित किया जाएगा। दोनों विभागों का जिम्मा फिलहाल प्रत्यय अमृत के पास है। उनके मुख्य सचिव बनने के बाद इन दोनों महत्वपूर्ण विभागों में वरीय अधिकारी को अपर मुख्य सचिव के रूप में तैनात किया जाएगी।
अपर मुख्य सचिव स्तर के सात अफसरों को दो के साथ तीन-तीन प्रभार भी
मुख्य सचिव को छोड़ दें तो वर्तमान में अपर मु्ख्य सचिव स्तर के अभी सात अधिकारी हैं। अमृत लाल मीणा के अवकाश ग्रहण करने के बाद किसी एक वरीय अधिकारी को अपर मुख्य सचिव स्तर में प्रोन्नत किया जाएगा।
वर्तमान में अपर मुख्य सचिव स्तर के जो सात अधिकारी हैं उनके पास दो-दो महकमों का प्रभार है। इनमें कुछ के पास तो तीन-तीन विभाग का जिम्मा है। दीपक कुमार सिंह के पास ग्रामीण कार्य और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग जैसे दो महकमे का जिम्मा है।
हरजोत कौर बम्हारा के पास पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के पास राजस्व पर्षद का भी प्रभार है। उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह के पास तीन विभागों का प्रभार है। वह परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं और महानिदेशक सह मुख्य जांच आयुक्त भी हैं।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी के पास भी तीन विभाग हैं। वह निगरानी विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं साथ में बिहार राज्य संयुक्त प्रवेश परीक्षा पर्षद के परीक्षा नियंत्रक भी हैं। इनके बाद डॉ. एन विजयलक्ष्मी की वरीयता है। सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. बी राजेंदर के पास भी कई महकमों का अतिरिक्त प्रभार है।
डॉ. एस सिद्धार्थ व दीपक कुमार सिंह का नाम नए विकास आयुक्त को ले चर्चा में
नए विकास आयुक्त के रूप में डॉ. एस सिद्धार्थ और दीपक कुमार सिंह का नाम चर्चा में है। वरीयता के लिहाज से डॉ. सिद्धार्थ मुख्य सचिव के बाद पहले नंबर पर हैं, मगर महत्वपूर्ण यह है कि वह इसी वर्ष नवंबर में रिटायर हो रहे। उनके बाद दीपक कुमार सिंह का नाम वरीयता में है।
अगर दीपक कुमार सिंह को विकास आयुक्त बनाया जाता है तो दो अन्य महकमों में अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी की तैनाती होगी।