
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: दुर्गा पूजा और विजयादशमी के त्योहार को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पटना जिला प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। इस साल तकनीक का भरपूर इस्तेमाल करते हुए पूरे शहर में कड़ी निगरानी की जा रही है।
टेक्नोलॉजी से लैस सुरक्षा व्यवस्था
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत शहर में 415 स्थानों पर 3,300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें 2,602 सामान्य सर्विलांस कैमरे के अलावा, ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर नजर रखने के लिए 473 रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन (RLVD) कैमरे और 150 ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कैमरे शामिल हैं। ये सभी कैमरे इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) से जुड़े हुए हैं, जहां से गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है।

गाँधी मैदान पर विशेष फोकस
रावण वध कार्यक्रम के मुख्य केंद्र गाँधी मैदान और उसके आसपास विशेष सुरक्षा घेरा बनाया गया है। यहाँ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 128 सीसीटीवी कैमरे (61 फिक्स्ड, 22 PTZ और 45 एनालिटिक) लगाए गए हैं, जो मैदान के चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे। इनमें 79 कैमरे मैदान के अंदर और 49 चारों तरफ सक्रिय हैं।
आपात स्थिति के लिए त्वरित सुविधा
शहर के 51 स्थानों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स स्थापित किए गए हैं। आकस्मिक परिस्थिति में “HELP” बटन दबाते ही कॉल सीधे ICCC से जुड़ जाएगी, जिससे तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी। किसी भी संदेहास्पद सूचना के लिए लोग जिला नियंत्रण कक्ष के 24×7 दूरभाष संख्या 0612-2219810/ 2219234 या डायल 112 पर संपर्क कर सकते हैं।
प्रकाश और जन उद्घोषणा की व्यवस्था
सुरक्षा, स्वच्छता और भीड़ प्रबंधन से जुड़े संदेशों के प्रसारण के लिए 69 स्थानों पर पब्लिक एड्रेसल सिस्टम से लगातार घोषणाएं की जा रही हैं। वहीं, रोशनी की उत्कृष्ट व्यवस्था के लिए गाँधी मैदान और उसके चारों ओर 34 प्रकाश मीनारों, हाईमास्ट लाइट और पोल लाइट के माध्यम से उत्कृष्ट प्रकाश का प्रबंध किया गया है।
जिला प्रशासन की ओर से जनहित में एडवाइजरी जारी
जिला प्रशासन, पटना ने श्रद्धालुओं से त्योहार के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन करने की अपील की है। जारी एडवाइजरी में मुख्य बातें निम्नलिखित हैं:
* बच्चों की सुरक्षा: घर से निकलते समय बच्चों के पॉकेट में नाम, पता और मोबाईल नंबर लिखकर अवश्य रखें और मेले में उनका हाथ कभी न छोड़ें।
* अफ़वाहों से बचें: किसी भी प्रकार की अफ़वाह न फैलाएँ और न ही उस पर ध्यान दें।
* प्रतिबंधित वस्तुएं: मेले में पटाखे, ज्वलनशील पदार्थ साथ न ले जाएँ और धूम्रपान या नशे का सेवन न करें।
* भीड़ प्रबंधन: सड़क पर कतारबद्ध होकर धीरे-धीरे चलें और जल्दबाज़ी बिल्कुल न करें।
* संदिग्ध वस्तुओं की सूचना: कोई भी लावारिस या संदिग्ध वस्तु दिखने पर उसे छुएँ नहीं और तुरंत ड्यूटी पर तैनात दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी या डायल 112 को सूचना दें।
* सहयोग करें: सुरक्षा जाँच में सहयोग करें और इमरजेंसी मार्ग को कभी अवरुद्ध न करें।
जिला प्रशासन ने कहा है, “आपकी सावधानी ही सबकी सुरक्षा है। आइए हम सब मिलकर त्योहार को आस्था, अनुशासन और सुरक्षा का पर्व बनाएं।”
