फ़ाइलेरिया उन्मूलन को लेकर बिहार में बड़ी बैठक: नई गाइडलाइन पर चर्चा, फरवरी 2026 में होगा विशेष अभियान

24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना, 19 जून 2025: राष्ट्रीय फ़ाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत आज गुरुवार को पटना स्थित राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान, शेखपुरा के सभागार में एक महत्वपूर्ण राज्यस्तरीय योजना एवं समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में फ़ाइलेरिया की नई गाइडलाइन, एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) कार्यक्रम, एमएमडीपी (मॉर्बिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रिवेंशन) और आईएचआईपी (इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लेटफ़ॉर्म) पर आँकड़ों की प्रविष्टि की गहन समीक्षा की गई।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. श्यामा राय, अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, फ़ाइलेरिया ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और बैठक की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान की निदेशक डॉ. पूनम रमण, सभी जिलों के वेक्टर रोग जनित नियंत्रण पदाधिकारी, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी, सहयोगी संस्थानों के प्रतिनिधि सहित राज्य एवं जिलों के फ़ाइलेरिया कार्यालय के लोग उपस्थित रहे। डॉ. पूनम रमण ने सभी को फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में और बेहतर करने की शुभकामनाएँ दीं।

नई गाइडलाइन और आगामी एमडीए अभियान पर गहन चर्चा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के स्टेट एनटीडी कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश पांडेय ने संशोधित फ़ाइलेरिया उन्मूलन गाइडलाइन के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी। डॉ. पांडेय ने एमडीए, नाईट ब्लड सर्वे (रात्रि रक्त पट्ट संग्रहण), टास (ट्रांसमिशन असेसमेंट सर्वे) सहित सभी बिन्दुओं पर प्रतिभागियों को विस्तार से बताया। उन्होंने प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए और फरवरी 2026 में संचालित होने वाले एमडीए अभियान के लिए रणनीति पर विशेष चर्चा की। उन्होंने हर महीने फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा की बात भी कही।
रात्रि रक्त पट्ट संग्रहण के लिए तय हुई समय-सीमा
आगामी एमडीए अभियान के बारे में कार्ययोजना पर राज्य सलाहकार, फ़ाइलेरिया, डॉ. अनुज सिंह रावत ने विस्तार से चर्चा की। डॉ. रावत ने सभी प्रतिभागियों को माहवार रात्रि रक्त पट्ट संग्रहण गतिविधि संपादित करने वाले जिलों की सूची प्रदान की। इसके तहत:
* 12 जिलों (बक्सर, भोजपुर, दरभंगा, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मधुबनी, नालन्दा, नवादा, पटना, रोहतास और समस्तीपुर) को 31 अगस्त 2025 तक अपने जिले में रात्रि रक्त पट्ट संग्रहण को पूर्ण कराकर उसकी रिपोर्ट राज्य कार्यालय फ़ाइलेरिया को प्रदान करनी है।
* 14 जिलों को 15 अक्तूबर 2025 तक यह कार्य पूर्ण करना है।
* शेष 11 जिलों को 30 नवम्बर 2025 तक अपने जिले में रात्रि रक्त पट्ट संग्रहण को पूर्ण कराकर उसकी रिपोर्ट राज्य कार्यालय फ़ाइलेरिया को प्रदान करनी है।
उन्होंने एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के विकास कुमार ने आईएचआईपी पोर्टल पर सभी प्रतिवेदनों की रिपोर्टिंग पर भी चर्चा की।
फील्ड के अनुभव और सामूहिक प्रयास
बैठक में पिरामल फाउंडेशन के कोर टीम मेंबर बिकास सिन्हा ने फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत फील्ड के अनुभव एवं सामूहिक प्रयासों की चर्चा की। पिरामल फाउंडेशन के कार्यक्रम निदेशक बासब रूज ने फ़ाइलेरिया मरीजों को निर्गत किये जा रहे दिव्यांगता सर्टिफिकेट की स्थिति की चर्चा की।
सिफार (सिफारिश फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च) के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक, रणविजय कुमार ने सिफार के कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने मीडिया के साथ काम करने की रणनीति पर चर्चा की और रोगी हितधारक मंच (पेशेंट स्टेकहोल्डर प्लेटफार्म) द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
अंत में, डॉ. अनुज सिंह रावत, राज्य फ़ाइलेरिया सलाहकार ने बैठक में आए सभी पदाधिकारियों तथा अन्य लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया।