
24CITYLIVE/लखीसराय, बिहार: बिहार के लखीसराय जिले के रामगढ़ चौक थाने में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ बालू लदे वाहनों से कथित अवैध वसूली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद खुद थानाध्यक्ष मंटू कुमार ने अपने ही थाने के एक दारोगा और तीन चौकीदारों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही आरोपी दारोगा सत्येन्द्र नारायण सिंह, चौकीदार रौशन राज किरण, भाषो पासवान और चौकीदार सह चालक शिशुपाल कुमार फरार हो गए हैं। बिहार पुलिस ने इन भगोड़े पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश तेज कर दी है।
क्या है मामला?
अवैध वसूली का यह पूरा प्रकरण 28 मई की रात करीब 11 बजे का है। बताया जा रहा है कि शेखपुरा रोड स्थित रामगढ़ चौक पर थाना के गश्ती वाहन में तैनात दारोगा और चौकीदारों द्वारा बालू लदे तीन ट्रैक्टरों को रोककर उनसे अवैध वसूली की जा रही थी। इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
थानाध्यक्ष ने दर्ज कराई प्राथमिकी
वायरल वीडियो की जानकारी मिलने के बाद रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष मंटू कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच में वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मी सही पाए गए। इसके बाद, 29 मई को थानाध्यक्ष ने अपने ही थाने के आरोपी दारोगा सत्येन्द्र नारायण सिंह, और चौकीदारों रौशन राज किरण, भाषो पासवान तथा शिशुपाल कुमार के खिलाफ भय दिखाकर वसूली करने और सरकारी नियमों की अवहेलना करने के आरोप में प्राथमिकी (केस) दर्ज कराई।
एसपी ने दिया गिरफ्तारी का आश्वासन
इस संबंध में लखीसराय के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजय कुमार ने बताया कि बालू लदे ट्रैक्टर से अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने की सूचना मिलते ही रामगढ़ चौक थाना के गश्ती दल के एक दारोगा और तीन चौकीदारों के विरुद्ध स्थानीय थाने में केस दर्ज कराया गया है। एसपी ने स्वीकार किया कि केस दर्ज होने के बाद से ही सभी आरोपी पुलिसकर्मी फरार हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह घटना बिहार पुलिस की छवि पर सवाल खड़े करती है और विभाग के भीतर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देती है।