
24CityLive:जिला प्रशासन ने बुधवार को 19 बड़े घाटों को खतरनाक घोषित कर दिया है।
इन घाटों को नगर निगम लाल कपड़े से सील करेगा। व्रतियों को ऐसे घाटों पर जाने से मनाही की गई है। जिला प्रशासन ने घाटों के अलावा संपर्क पथों पर तैनात दंडाधिकारी, पुलिस, बिजलीकर्मी और नगर निगम के सफाई कर्मियों के लिए अलग-अलग रंग का साइनेज जैकेट का प्रबंध किया है। घाट पर व्रती और श्रद्धलु जरूरत के अनुसार पहचान कर मदद ले सकते हैं।
जिला प्रशासन ने सभी घाटों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नदी गश्ती दल और गोताखोर की प्रतिनियुक्ति की है। घाट पर बैरिकेडिंग के बाहर व्रतियों को किसी भी हाल में बाहर स्नान के लिए जाने से मनाही रहेगी। जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह के अनुसार छठ घाटों पर तैनात पदाधिकारी, कर्मचारी और पुलिस व्रतियों के साथ सौजन्यता के साथ पेश आएंगे।
खतरनाक घाटों की सूची:–
1.नारियल घाट दानापुर
- जेपी सेतु पूर्वी घाट
- बांस घाट
- कलेक्ट्रेट घाट
- महेंद्रू घाट
- टीएन बनर्जी घाट
- अंटा घाट
- अदालत घाट
- मिश्री घाट
- टेढ़ी घाट
- गड़ेड़िया घाट
- नुरूद्दीन घाट
- भरवहा घाट
- कंटाही घाट
- गुरुगोविंद सिंह कालेज घाट
- किला घाट
- बुद्ध घाट
- सिपाही घाट
- महाराजा घाट
इन घाटों पर अच्छी व्यवस्था
जेपी सेतु पश्चिमी घाट, मिनार घाट, शिवा घाट, गेट नंबर 92, गेट नंबर 93, गेट नंबर 88 और गेट नंबर 86 पर इस बार अच्छी व्यवस्था है। जिलाधिकारी ने जेपी सेतु के आसपास के घाटों का प्रयोग कर सकते हैं।