
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: पटना सिटी के वार्ड नंबर 62 के अंतर्गत आने वाले मोहल्ला घसियारी टोला पिछले तीन महीनों से गंभीर जल संकट से जूझ रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश है। भीषण गर्मी में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे मोहल्लेवासियों का सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। इस संकट में मोहल्ले की तंग गलियों ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है।



घसियारी टोला के निवासियों का कहना है कि उन्होंने इस गंभीर समस्या से स्थानीय वार्ड पार्षद श्रीमती तारा देवी को व्यक्तिगत रूप से और वार्ड पार्षद महोदय के कार्यालय में भी अवगत कराया, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई। तीन महीने से पानी की आपूर्ति बाधित रहने से लोगों में निराशा और गुस्से का माहौल है।
“हमें तीन महीने हो गए पानी देखे हुए। जीना दूभर हो गया है,”


स्थानीय निवासी बबीता देवी ने बताया। “हमने वार्ड पार्षद जी से कई बार गुहार लगाई और उनके कार्यालय में भी अपनी समस्या दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला।”
मोहल्ले की महिलाओं को पीने और घरेलू कामों के लिए दूर-दराज के इलाकों से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।

निवासी संतोष यादव ने कहा, “जब हमारे चुने हुए प्रतिनिधि और उनका कार्यालय, जहाँ इस बात को औपचारिक रूप से रखा गया है, हमारी बुनियादी ज़रूरत भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं, तो हम कहाँ जाएं? अगर जल्द ही पानी की समस्या हल नहीं हुई, तो हम सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।”
स्थानीय निवासियों ने बताया कि घसियारी टोला की तंग गलियां भी इस जल संकट में एक बड़ी बाधा बन गई हैं।
यह स्थिति जल संकट को और भी विकट बना देती है।
इस गंभीर मुद्दे पर वार्ड नंबर 62 की पार्षद श्रीमती तारा देवी से प्रतिक्रिया जानने के लिए कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
उनके जनप्रतिनिधि रोशन मेहता भी मीडिया के सवालों का कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे सके। हालांकि स्थानीय लोगों द्वारा प्रदर्शन की सूचना पाकर देर शाम जनप्रतिनिधि रोशन मेहता अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे और अस्थाई रूप से समरसेबल मोटर को अपने सहयोगियों के साथ ठीक करने में जुटे परंतु विफल हो गए.

हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों को उन्होंने आश्वासन दिया है, जल्द से जल्द घसियारी टोला में पानी की समस्या को दूर की जाएगी।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि उनकी मूलभूत आवश्यकता को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, जबकि उन्होंने वार्ड पार्षद श्रीमती तारा देवी और उनके कार्यालय, जहाँ इस बात को विधिवत रखा गया है, दोनों को ही स्थिति से अवगत करा दिया है। वे पटना जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और घसियारी टोला में पानी की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने की पुरजोर मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो स्थिति और भी खराब हो सकती है क्योंकि तीन महीने एक लंबा समय होता है बिना पानी के गुजारने के लिए।
यह ध्यान देने योग्य है कि घसियारी टोला में जल संकट का एक प्रमुख कारण मोहल्ले में विगत 50 साल पहले बिछाई गई पाइपलाइन का पूरी तरह से जर्जर हो जाना है। पुरानी और क्षतिग्रस्त पाइपलाइन के कारण पानी की आपूर्ति बाधित हो रही है और संभवतः रिसाव के कारण भी पानी की बर्बादी हो रही है। हालांकि, इस संबंध में स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

घसियारी टोला के निवासी अब एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं ताकि उनकी आवाज प्रशासन तक पहुंच सके। उनका कहना है कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक उन्हें नियमित रूप से पानी मिलना शुरू नहीं हो जाता, खासकर जब से वे तीन महीने से इस समस्या का सामना कर रहे हैं और वार्ड पार्षद और उनके कार्यालय दोनों को इसकी जानकारी है, और पाइपलाइन की जर्जर स्थिति भी किसी से छिपी नहीं है, साथ ही तंग गलियों के कारण राहत पहुंचाने में आ रही मुश्किल भी अब एक बड़ी चिंता का विषय है।

प्रशासन को वार्ड नंबर 62 के मोहल्ला घसियारी टोला में उत्पन्न इस गंभीर जल संकट पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और यहाँ के निवासियों को मानवीय आधार पर जल्द से जल्द पानी उपलब्ध कराने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने चाहिए। साथ ही, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और उनके कार्यालय को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए जनता की इस समस्या का प्राथमिकता से समाधान करना चाहिए, जिसे तीन महीने से टाला जा रहा है और जिसकी सूचना उनके कार्यालय में भी दी जा चुकी है, और जर्जर पाइपलाइन को बदलने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि तंग गलियों की चुनौती के बावजूद लोगों तक पानी पहुंचाया जा सके।