
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के बीच पुलिस मुख्यालय हरकत में आ गया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि अपराधी प्रतिक्रिया देंगे तो पुलिस भी जवाबी कार्रवाई करेगी। डीजीपी ने कहा कि अपराधी खुद को बचाने के लिए गोली चला देते हैं, ऐसी स्थिति में पुलिस भी कार्रवाई करने को मजबूर होगी।
ढाई घंटे तक चली हाई लेवल मीटिंग
राजधानी पटना में लगातार हो रही वारदातों के मद्देनजर डीजीपी विनय कुमार और एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की। पटना जिले के पुलिस पदाधिकारियों के साथ करीब ढाई घंटे चली इस बैठक में कई महत्वपूर्ण आदेश जारी किए गए। इस दौरान पूर्वी क्षेत्र के एएसपी, एसडीपीओ और डीएसपी भी मौजूद रहे। बैठक में पटना के अलग-अलग इलाकों में पुलिस की कार्रवाई पर विचार-विमर्श किया गया, जिसके बाद डीजीपी ने सुधार के लिए समय देने के साथ-साथ सख्त निर्देश भी दिए।
अपराधियों पर लगाम कसने के लिए यूपी मॉडल
डीजीपी ने अटल पथ पर हुई एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि, अपराधी पुलिस चेकिंग के दौरान खुद को बचाने के लिए पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ा देते हैं। उन्होंने बताया कि अपराधियों की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पटना पुलिस अब उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर मॉडल को अपना रही है। डीजीपी ने कहा कि यूपी की तर्ज पर ही अपराधियों के पैर में पुलिस गोली मार रही है।
अफसरों को मिला एक महीने का समय
डीजीपी विनय कुमार ने समीक्षा बैठक के बाद बताया कि लंबित मामलों, लंबित वारंट, गश्त (पेट्रोलिंग) और स्पीडी ट्रायल सहित पुलिस के सभी आयामों पर चर्चा की गई। जहां भी कमियां पाई गईं, वहां सुधार और बेहतर प्रदर्शन के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी ने सभी पुलिस अधिकारियों को एक महीने का समय दिया है, जिसके बाद इन्हीं मुद्दों को लेकर दोबारा समीक्षा बैठक की जाएगी।