
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: बिहार की राजधानी पटना में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक पिता ने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करते हुए अपनी ही ढाई साल की मासूम बेटी को कथित तौर पर बेच दिया। हालांकि, बिहार पुलिस ने अपनी अद्भुत फुर्ती दिखाते हुए इस बच्ची को इस जघन्य अपराध के महज 12 घंटे के भीतर सुरक्षित ढूंढ निकाला। इस अमानवीय कृत्य में शामिल बच्ची के पिता सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
शर्मनाक कृत्य का पर्दाफाश
यह सनसनीखेज मामला पटना के मालसलामी थाना क्षेत्र का है। बीते 25 मई, 2025 को एक लिखित शिकायत के आधार पर मालसलामी थाना में केस दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता खुशबू देवी ने अपने पति सोनू यादव, रूपा देवी और अन्य पर अपनी ढाई साल की बच्ची को बेचने का घिनौना आरोप लगाया था।
पुलिस की बिजली-सी तेज़ी और बच्ची की मुक्ति
घटना की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए, वरीय पुलिस अधीक्षक महोदय पटना के निर्देश पर, पुलिस अधीक्षक नगर पूर्वी, पटना की देखरेख में एक तेज-तर्रार टीम का गठन किया गया। इस टीम ने एक पल भी न गंवाते हुए आधुनिक तकनीक और मानवीय सूत्रों से मिली जानकारी को परखा।
पुलिस टीम ने तूफानी रफ्तार से कार्रवाई करते हुए घटना के महज 12 घंटे के भीतर ही इस जघन्य कांड के मुख्य आरोपी और बच्ची के पिता सोनू यादव (लगभग 28 वर्ष) को उसके मालसलामी स्थित भैंसानी टोला स्थित घर से दबोच लिया। इसके बाद, एक अन्य अहम आरोपी रूपा देवी (लगभग 26 वर्ष) को दानापुर के हर्षित पोली क्लीनिक से गिरफ्तार किया गया। रूपा देवी ने पूछताछ के दौरान सारण जिले के माझी थाना क्षेत्र के सुगघर छपरा निवासी पंकज कुमार (40 वर्ष) और पूजा देवी (35 वर्ष) का नाम बताया, जो इस साज़िश में शामिल थे।
रूपा देवी की निशानदेही पर पुलिस टीम ने पंकज कुमार और पूजा देवी के ठिकाने पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान, पुलिस ने शिकायतकर्ता की ढाई साल की बच्ची को सही-सलामत बरामद कर लिया, जिसके तुरंत बाद पंकज कुमार और पूजा देवी को भी कानूनी शिकंजे में ले लिया गया।
पुलिस की माने तो ढाई साल की बच्ची का सौदा लगभग 30 से 40 हजार रुपए में तय हुई थी।
कानून के शिकंजे में आए अपराधी इस मामले में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है:
* सोनू यादव (बच्ची का पिता)
* रूपा देवी
* पंकज कुमार
* पूजा देवी
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से कुल 2 मोबाइल भी जब्त किए हैं।
सफल ऑपरेशन में शामिल टीम
इस अभूतपूर्व ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम में पु०नि०-सह-थानाध्यक्ष सुनील कुमार, गुड़िया कुमारी, सुमित कुमार, संजय कुमार, सिपाही मनोर कुमार, सिपाही संतोष कुमार और चालक सिपाही मनोज पासवान शामिल थे।
बिहार पुलिस की इस तेज-तर्रार और कामयाब कार्रवाई ने न केवल एक मासूम बच्ची की जान बचाई, बल्कि ऐसे घिनौने अपराधों को अंजाम देने वालों को भी एक कड़ा संदेश दिया है। मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही जोर-शोर से जारी है।