24CITYLIVE/बिहार/न्यूज डेस्क:सारण पुलिस के कारनामों से एक बार फिर वर्दी पर कलंक का टीका लग गया है। हालांकि जब पुलिस वर्दी पहनाई जाती है तब शपथ दिलाई जाती है कि वर्दी पर किसी तरह का दाग लगने नहीं देंगे, लेकिन उसी वर्दी को पहन कर अपना धौंस दिखाकर आप जनता की हिफाजत नहीं बल्कि उसी से नजराना वसूली की जाती है तब वर्दी को दाग लगना लाजिमी हो जाता है।
कुछ इसी तरह का मामला सारण जिले के मांझी थाना से आया है, जहां के एक प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक और एक सहायक अवर निरीक्षक द्वारा तीन युवकों से नाजायज़ तरीके से मारपीट कर जबरन मोटी रकम वसूली की घटना सामने आ रही हैं। घटना के संबंध में स्थानीय मांझी थाना क्षेत्र के मरहा गांव में शराब की छापेमारी करने गए मांझी थाने में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारियों द्वारा कोपा थाना क्षेत्र के तीन युवकों को कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई करने तथा अवैध रूप से लगभग 21 हजार रुपए की अवैध तरीके से उगाही करने के मामले में सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने बड़ी कार्रवाई की है।
प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक चप्पल छोड़ नंगे पांव हुआ फरार
घटना के संबंध में सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने बताया कि आरोपी मांझी थाने में पदस्थापित एएसआई पप्पू कुमार सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं अपने सहकर्मी को हिरासत में लिए जाने की खबर सुनते ही मांझी थाने में पदस्थापित प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक ओम प्रकाश साह थाना परिसर से बिना चप्पल के दौड़ते हुए फरार हो गया। हालांकि बाद में पुलिस कर्मियों द्वारा उनका पीछा किया गया लेकिन अंधेरे का फ़ायदा उठाते हुए फरार होने में सफलरहा। उक्त पुलिस पदाधिकारी के फरार होने की घटना तब हुई जब थाना परिसर में सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राज किशोर सिंह सहित कई अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
थाना में लगाया ताला
वहीं सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष के दिशा निर्देश पर इस मामले की जांच करने पहुंचे एसडीपीओ सदर राज किशोर सिंह ने घटना स्थल पहुंच कर पीड़ित युवकों की शिकायत की गहनता से जांच पड़ताल कर सारण के पुलिस अधीक्षक को मामले से अवगत करा दिया है। इसके बाद ही एसपी के निर्देश पर एएसआई पप्पू कुमार सिंह को हिरासत में लिया गया है। प्रशिक्षु दरोगा ओम प्रकाश साह मौका पाकर वहां से नंगे पांव फरार हो गया। देर रात तक सदर एसडीपीओ राज किशोर सिंह मांझी थाना में मौजूद रहे। मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय मांझी थाने की पुलिस महकमा पूरी तरह से चौकस है। मांझी थाने के प्रवेश द्वार पर लगे गेट में ताला लगा दिया गया है, जबकि सदर एसडीपीओ और थाने के वरीय और कनीय पुलिस पदाधिकारी अंदर ही अंदर अपने आलाधिकारी यानी पुलिस अधीक्षक के अगले आदेश अथवा उनके मांझी पहुंचने का इंतज़ार कर रहे हैं।