24CITYLIVE: सोमवार की सुबह शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में नेहरू पथ पर विश्वेश्वरैया भवन के सामने दिनदहाड़े फार्च्युनर से शातिर चोर ने 22 लाख रुपयों से भरा बैग गायब कर दिया। वारदात दोपहर लगभग डेढ़ बजे उस वक्त हुई, जब ठेकेदार हरिशंकर झा का चालक गाड़ी में बैठकर मालिक के आने की प्रतीक्षा कर रहा था।
इस बीच अज्ञात व्यक्ति ने उससे कार के आगे दस-दस के नोट गिरे होने की जानकारी दी, जिसे उठाने के लिए वह उतरा तो शातिर ने गाड़ी में रखा बैग उड़ा लिया। सूचना मिलते ही थानेदार अमर कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी, परंतु कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
सचिवालय डीएसपी (द्वितीय) साकेत कुमार ने बताया कि आरोपित की पहचान के लिए सीसी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पता लगाया जा रहा है कि चोर कितनी संख्या में थे? वे किस रास्ते आए और कैसे गए? इन सभी बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।
पथ निर्माण विभाग में आए थे ठेकेदार
ठेकेदार हरिशंकर झा मूलरूप से सहरसा जिले के टाउन थाना क्षेत्र के तिवारी टोला के रहने वाले हैं। वे चालक व दो अन्य लोगों के साथ सहरसा से पटना आए थे। विश्वेश्वरैया भवन स्थित पथ निर्माण विभाग के कार्यालय में उन्हें ठेके से संबंधित कोई कार्य था।
चालक ने भवन के बाहर फार्च्युनर कार खड़ी की। वहां से हरिशंकर और दो अन्य लोग विभाग के कार्यालय में चले गए। रुपयों से भरा लाल रंग का बैग कार की पिछली सीट पर रखा था।
गमछे से ढंक रखा था चेहरा
डीएसपी के अनुसार चालक ने उन्हें बताया कि नोट गिरे होने की जानकारी देने वाले व्यक्ति ने सफेद रंग के गमछे से चेहरा ढंक रखा था। उसने इशारों से चालक को बताया कि उसकी गाड़ी के आगे दस-दस के कई नोट गिरे हैं। चालक लालच में आ गया। वह कार से उतरकर नोट उठाने लगा।
इस बीच, शातिर चोर ने पीछे का दरवाजा खोला और बैग लेकर चलता बना। गाड़ी में दोबारा बैठने पर चालक को मालूम हुआ कि पीछे का दरवाजा खुला है। वह पीछे गया तो देखा कि बैग गायब है। इसके बाद उसने मालिक को खबर दी।
कैसे मिली रुपयों के बारे में जानकारी?
गौर हो कि राजधानी में इस तरह कार से रुपये उड़ाने वाले गिरोह के कई सदस्य घूमते हुए पकड़े जा चुके हैं, जो चालकों को दिग्भ्रमित कर वाहन से बैग गायब कर देते थे। अब पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर कार में रुपये होने की जानकारी चोर को कैसे मिली?
थानेदार ने बताया कि कई अन्य बिंदुओं पर भी छानबीन की जा रही है। फार्च्युनर के आगे और पीछे खड़ी गाड़ियों के मालिकों का भी ब्योरा निकाला जा रहा है।