
24CITYLIVE/बिहार: बिहार पुलिस के लिए बीते 12 घंटे बेहद दुखदायी साबित हुए। सोमवार शाम और रात को हुई दो अलग-अलग घटनाओं में बिहार पुलिस और होमगार्ड के दो जवानों ने आत्महत्या कर ली, जिससे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई है। दोनों ही मामलों में आत्महत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर पारिवारिक विवाद या मानसिक तनाव की आशंका जताई जा रही है।
कैमूर में AK-47 से खुद को मारी गोली
पहली घटना कैमूर जिले के भभुआ पुलिस लाइन में सोमवार शाम को घटित हुई। यहाँ दंगा नियंत्रण पुलिस टीम में तैनात एक पुलिस जवान अमलेश कुमार (2022 बैच) ने अपने ही AK-47 राइफल से खुद के सिर में गोली मार ली। अमलेश मूल रूप से जमुई जिले का रहने वाला था।
पुलिस के अनुसार, अमलेश ने ड्यूटी से लौटने के बाद अपने सिंगल रूम में खुद को गोली मारी। गोली चलने की आवाज किसी को सुनाई नहीं दी। जब उसके दोस्तों ने दरवाजा खोलने की कोशिश की और कोई जवाब नहीं मिला, तो दरवाजा तोड़ा गया, जहाँ अमलेश खून से लथपथ पड़ा था। उसे तत्काल भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया और बाद में बनारस रेफर किया गया, लेकिन दुर्गावती पहुँचते ही उसकी मौत हो गई।
कैमूर एसपी हरि मोहन शुक्ला ने घटना स्थल का मुआयना किया और जाँच के आदेश दिए हैं। जवान का कमरा सील कर दिया गया है और उसका मोबाइल फोन, जो लॉक मिला है, उसे फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा जाएगा। पुलिस आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने में जुटी है।
सीवान में होमगार्ड जवान ने सरकारी राइफल से उड़ाया खुद को
अभी कैमूर की घटना से महकमा उबर भी नहीं पाया था कि सीवान जिले से दूसरी दुखद खबर सामने आई। सोमवार रात करीब 11:30 बजे सीवान के असाँव थाना परिसर में होमगार्ड के जवान राजकुमार गोड़ (33) ने अपनी सरकारी राइफल से खुद को गोली मार ली। गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
राजकुमार, जो दरौली थाना के टिकुलिया गाँव का मूल निवासी था, ने सरकारी राइफल से सिर में गोली मारकर आत्महत्या की। घटना की सूचना मिलते ही मैरवा सदर-2 की एसडीपीओ गौरी कुमारी दल-बल के साथ असाँव थाने पहुँचीं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया गया, लेकिन परिजन हंगामा करते रहे और तत्काल मानने को तैयार नहीं हुए।
थाना प्रभारी राजशेखर ने बताया कि राजकुमार गोंड थाने में तैनात था और अचानक ड्यूटी के दौरान उसने खुद को गोली मार ली। वरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी गई है और कुछ लोगों से पूछताछ जारी है। इस घटना के पीछे भी पारिवारिक विवाद या मानसिक तनाव होने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। सीवान के एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं।
इन दो हृदय विदारक घटनाओं ने बिहार पुलिस बल के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और इन आत्महत्याओं के पीछे के वास्तविक कारणों की गहन जाँच की जा रही है।