24CITYLIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार की शाम वाराणसी में आयोजित काशी-तेलुगु संगमम कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। उन्होंने काशी आए तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि विविधताओं के इन संगमों से राष्ट्रीयता का अमृत निकल रहा है जो भारत को अनंत भविष्य तक ऊर्जावान रखेगा।
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काशी से जुड़ा हर व्यक्ति जानता है कि काशी और काशी वासियों का तेलगू लोगों से कितना रिश्ता है। जैसे ही काशी में कोई तेलगू व्यक्ति आता है। कई काशी वासियों को लगता है कि उनके परिवार का ही कोई सदस्य आ गया है।
ये अमृतकाल देश की विविधताओं का संगम काल
पीएम मोदी ने कहा कि ये भारत की प्राचीन सभ्यताओं संस्कृतियों और परंपराओं के संगम का उत्सव है। कुछ महीने पहले यहीं काशी की धरती पर काशी तमिल संगमम का आयोजन भी हुआ था। अभी कुछ ही दिन पहले मुझे सौराष्ट्र तमिल संगम में भी शामिल होने का अवसर मिला था। तब मैंने कहा था ये अमृतकाल देश की विविधताओं का संगम काल है।
काशी का हुआ कायाकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब काशी की सड़कें बिजली की तारों से भरी रहती थीं, आज काशी में ज्यादातर जगहों पर बिजली की तारें अंडरग्राउंड हो चुकी हैं। आज काशी के अनेकों कुंड हों, मंदिरों तक आने जाने का रास्ता हों, काशी के तीर्थ स्थल हों, सबका कायाकल्प हो रहा है। अब तो गंगा जी में CNG वाली नाव भी चलने लगी हैं।