24CITYLIVE: पंजाब गुरदासपुर पुलिस ने पाकिस्तान में बैठे तस्करों के साथ तालमेल करके सीमा पार से हेरोइन और हथियारों की तस्करी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह को बेनकाब कर 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इनसे पुलिस को चार किलो 516 ग्राम हेरोइन, 34.72 लाख रुपये ड्रग मनी, 6 पिस्टल, सात मैगजीन और 77 कारतूस मिले हैं। पुलिस का कहना है इन हथियारों का इस्तेमाल रंगदारी वसूलने व निजी रंजिश में इस्तेमाल किया जाना था।
इस गिरोह का मास्टरमाइंड जुगराज सिंह उर्फ छोटू निवासी शहूरकला पहले जर्मनी में रहता था। जुगराज सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए पंजाब व देश के अन्य हिस्सों में कुछ लोगों को पैसे का लालच देकर तस्करों की टीम बनाई थी। फरवरी में भारत आने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। जुगराज का नेटवर्क इतना मजबूत था कि वह जेल से ही पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हेरोइन व हथियार मंगवाता था फिर तस्करों की टीम के जरिए उनकी सप्लाई करवाता था।
गुरदासपुर की पुलिस ने टीम को ट्रेस किया और आरोपियों को दबोच लिया। जुगराज सिंह का पिता अवतार सिंह भी बड़ा तस्कर रहा है और 10 साल की सजा काट चुका है। हाल ही में थाना दोरांगला की पुलिस ने जुगराज सिंह को दोरांगला थाने में 2022 में दर्ज एक केस के चलते प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। इसके बाद से पुलिस ने इस गिरोह के सदस्यों के तार से तार जोड़ने का काम किया। जांच के दौरान पुलिस ने पहले 16 अप्रैल 2023 को बाऊपुर अफगाना से दो किलो 116 ग्राम हेरोइन बरामद की और फिर 24 अप्रैल 2023 को दोबारा पाकिस्तान से मंगवाई गई दो किलो 116 ग्राम हेरोइन बरामद कर मामला दर्ज किया।
इनको किया गिरफ्तार
डीआईजी नरेंद्र भार्गव ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि पुलिस ने आरोपी जुगराज सिंह, गुरसाहिब सिंह उर्फ साब निवासी दोस्तपुर, दलजीत सिंह, गगनदीप सिंह, बिक्रमजीत सिंह उर्फ बिक्का, हरपाल सिंह, वरिंदर कुमार और अरुण कुमार सभी निवासी बाउपुर अफगाना, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी निवासी आदियां, रविंदर सिंह उर्फ रोहित निवासी दोस्तपुर, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी निवासी महावा, गोली उर्फ बंटी निवासी रतड़ छतड़, कर्णदीप सिंह उर्फ कर्ण निवासी राजपुर चिब को गिरफ्तार किया है।
जुगराज सिंह पर पहले भी दर्ज हैं चार केस
एसएसपी हरीश दयामा ने बताया कि गिरोह का सरगना जुगराज सिंह उर्फ छोटू निवासी शहूरकलां के खिलाफ पहले भी चार केस दर्ज हैं। जुगराज सिंह या उसके किसी भी तस्कर द्वारा अतीक अहमद और अशरफ को हथियारों की आपूर्ति करने के बारे कोई तथ्य सामने नहीं आया है। पुलिस इस केस में और भी गहनता से जांच करने में जुटी है।