24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: बिहार पुलिस के डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने 8 जुलाई मंगलवार को पुलिस सभा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पुलिसकर्मियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर किसी भी पुलिसकर्मी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत आती है, तो विभागीय जांच पूरी करने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा।
डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने एसएसपी, सिटी एसपी, डीएसपी, और थानाध्यक्षों से कहा कि वे हाकिम बनने की मानसिकता को खत्म करके जनता की सेवा देने वाली कार्यप्रणाली को अपनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती है, तो विभागीय जांच पूरी करने के बाद पुलिसकर्मी को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
मंगलवार को बिहार विशेष सशस्त्र बल-5 के सभा कक्ष में आयोजित पुलिस सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पुलिसकर्मियों की जिला और थाना स्तर की समस्याओं को सुना और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया। साथ ही, उन्होंने उनके कल्याण, आवासन और अन्य मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने का आदेश दिया। डीजीपी ने पुलिसकर्मियों से कहा कि वे जन विश्वास की नीति के अनुरूप काम करें, जिससे जनता के मन में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना उत्पन्न हो।
डीजीपी ने स्पष्ट किया कि इस पुलिस सभा में आईजी सेंट्रल गरिमा मलिक, एसएसपी राजीव मिश्रा, सिटी एसपी सहित पटना जिले के सभी थानेदार और अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित थे। इसका सीधा मतलब यह हुआ कि बिहार में अब घूसखोरी और भ्रष्टाचार करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए कोई जगह नहीं है। डीजीपी द्वारा इन आदेशों से पुलिस विभाग में खलबली मच गई है।
डीजीपी ने स्पष्ट किया है कि अब भ्रष्टाचार और धनउगाही करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा। ऐसे में जो भी पुलिसकर्मी गलत कार्य करने की कोशिश करते हैं, वे जल्द से जल्द इसमें सुधार लाएं ताकि आने वाले समय में लोगों को बिहार पुलिस के प्रति विश्वास और सद्भावना उत्पन्न हो सके।