24CITYLIVE: उत्तर बिहार का कुख्यात शार्प शूटर गोविंद कुमार शर्मा को चेक रिपब्लिक निर्मित सीजेड पिस्टल व 9 एमएम की 74 जिंदा कारतूस के साथ दबोचा गया है. मुशहरी थाने की पुलिस ने शुक्रवार को सुबह द्वारका नगर पावर ग्रिड के पास वाहन चेकिंग के दौरान उसे पकड़ा.
गिरफ्तारी के समय गोविंद पटना से ऑनलाइन लग्जरी कार बुक कर मनियारी थाना क्षेत्र के सिलौत गजपति स्थित अपने घर लौट रहा था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने बीआर 21 एबी 6381 नंबर की लग्जरी कार जब्त कर उसके चालक नीतीश कुमार को भी गिरफ्तार किया है.
वह शिवहर जिले के तरियानी थाना के जगदीशपुर कोठिया गांव का रहने वाला है. एसएसपी राकेश कुमार, ग्रामीण एसपी विद्या सागर समेत जिला पुलिस सभी वरीय अधिकारियों ने गोविंद से पूछताछ की है. हालांकि, वह किस आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए जा रहा था इसकी जानकारी उसने पुलिस को नहीं दी है. ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने बताया कि शुक्रवार को सुबह वाहन चेकिंग हो रही थी. मुशहरी थानेदार रंजीत गुप्ता व तेज प्रकाश सिंह इसका नेतृत्व कर रहे थे.
इस दौरान औरा कार को रोका गया. कार की चेकिंग के दौरान उसमें सवार गोविंद कुमार शर्मा गाड़ी से उतरकर भागने लगा. पुलिसकर्मियों ने उसको खदेड़ कर पकड़ लिया. उसकी तलाशी ली गयी, तो लोडेड चेक रिपब्लिक निर्मित सीजेड पिस्टल बरामद हुई. इसमें 9 एमएम की कारतूस लगती है. इसकी कीमत 10 लाख रुपये से अधिक है. मुशहरी थाने में गोविंद कुमार शर्मा व चालक के खिलाफ आर्म्स एक्ट में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस उसको कोर्ट में प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में भेजने की कवायद में जुटी है.
बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की थी प्लानिंग
गोविंद ने पटना से एक ट्रैवल कंपनी से ऑनलाइन कार की बुकिंग की थी. ग्रामीण एसपी ने आशंका जतायी है कि कोई नोटोरियस क्रिमिनल ऑनलाइन कार बुकिंग करके आ रहा है. उसके पास से बरामद सीजेड पिस्टल लोडेड थी. इसके अलावा एक और मैगजीन में आठ नाइन एमएम की कारतूस लोड थी. हालांकि, पूछताछ में गोविंद ने किसी वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार नहीं की है. उसका कहना था कि पटना से कार बुक करके अपने गांव लौट रहा था.
रामेश्वरम से 2023 में मंटू शर्मा के साथ पकड़ा गया था गोविंद
प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही व उनके तीन निजी गार्ड की हत्या मामले में नामजद गोविंद कुमार शर्मा व मंटू शर्मा को रामेश्वरम के एक होटल से अगस्त 2023 में गिरफ्तार किया गया था. बिहार एसटीएफ व जिला पुलिस की विशेष टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया था.
आशुतोष शाही हत्याकांड में हाइकोर्ट से मिली थी जमानत
गोविंद को आशुतोष शाही हत्याकांड में छह माह पूर्व अप्रैल 2024 में हाइकोर्ट से जमानत मिली थी. इसके बाद से जिला पुलिस की विशेष टीम उस पर नजर रखे हुए थी. जिला पुलिस की विशेष टीम कई बार उसके घर व छिपने के ठिकाने पर भी छापेमारी की थी. चर्चा यह भी है कि हाल के दिनों में गोविंद ने कई वीआईपी को रंगदारी देने के लिए कॉल किया था. इसके बाद से पुलिस ने उसपर और दबिश बढ़ा दी थी.
समीर हत्याकांड में चर्चा में आया था
गोविंद शहर के पहले मेयर समीर कुमार की चंदवारा नबाब रोड में एके – 47 से हत्या करने में पहली बार चर्चा में गोविंद आया था. इस केस में उसकी गिरफ्तारी पटना एयरपोर्ट के पास से की गयी थी. इस केस भी में उसको अगस्त 2019 में हाइकोर्ट से जमानत मिली. इससे पहले ब्रह्मपुरा थाने में 2012 में आर्म्स एक्ट, मनियारी में 2014 में रंगदारी व मारपीट, मिठनपुरा थाने में 2022 में रंगदारी , सरैया थाने में हत्या, नगर थाने में 2023 में आशुतोष शाही की हत्या को लेकर प्राथमिकी दर्ज है.