
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना, 22 जून: राजधानी पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर एक बिल्डर की कथित लापरवाही ने देर रात स्थानीय निवासियों की नींद उड़ा दी। हरीलाल स्वीट्स के पास एक बड़े गड्ढे के कारण आस-पास के कई घरों को खतरा पैदा हो गया, जिसके बाद जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक बड़े हादसे को टाल दिया।
देर रात मिली सूचना, DM ने तुरंत भेजा रेस्क्यू टीम
शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात लगभग 2 बजे जिलाधिकारी, पटना को दूरभाष पर सूचना मिली कि बोरिंग रोड चौराहे-हरीलाल स्वीट्स के पास एक बिल्डर ने काफी गहरा गड्ढा खोद दिया है, जिससे आसपास के घरों को खतरा हो गया है। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी ने बिना देर किए अपर जिला दंडाधिकारी (आपदा प्रबंधन) और एनडीआरएफ की टीम को तत्काल मौके पर भेजा। ये सभी रात में ही स्थल पर पहुंच गए और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी।
सुबह DM ने किया निरीक्षण, लोगों को किया गया सुरक्षित
आज सुबह लगभग 8:30 बजे स्वयं जिलाधिकारी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी बातचीत की, जिन्होंने बताया कि बिल्डर ने करीब दो-तीन घरों से सटाकर एक बड़ा गड्ढा खोद दिया है और उसमें पानी भी भर गया था। इस गड्ढे के कारण आसपास के घरों को गिरने का खतरा हो गया था।
जिलाधिकारी ने बताया कि इन मकानों में रहने वाले लोगों को असुरक्षा महसूस हो रही थी, इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित (evacuate) कर दिया गया है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि इमारतों को गिरने से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
क्षेत्र की घेराबंदी, जांच समिति गठित
निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने आसपास के अन्य मकानों और छोटी दुकानों को भी चिह्नित कर खाली कराने का निर्देश दिया। पूरे क्षेत्र की घेराबंदी (cordon-off) कर दी गई है ताकि किसी को कोई खतरा न हो। अधिकारियों को सभी सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि मामले की गहन जांच के लिए तत्काल एक त्रि-सदस्यीय समिति गठित की गई है। इस समिति में अपर ज़िला दंडाधिकारी (आपदा प्रबंधन), अपर नगर आयुक्त और भूमि सुधार उप समाहर्ता, पटना सदर को सदस्य के तौर पर नामित किया गया है। समिति को यह जांच करने का निर्देश दिया गया है कि बिल्डर द्वारा बिल्डिंग बायलॉज, आपदा प्रबंधन अधिनियम और अन्य सुसंगत प्रावधानों का पालन किया गया है या नहीं। यदि अनुपालन नहीं पाया जाता है, तो बिल्डर के विरुद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और अन्य आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
भविष्य में ऐसी घटनाओं पर निगरानी के निर्देश
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी स्थिति अन्य स्थानों पर उत्पन्न न हो, इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, अनुमंडल पदाधिकारियों को इस पूरे मामले पर लगातार नजर रखने और अनुश्रवण करने का भी निर्देश दिया गया है।