
24CITYLIVE/PTI/NEWS: चीन ने सोमवार को कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति को ‘शांत’ करने के लिए सभी उपायों का स्वागत करता है, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले की ‘त्वरित और निष्पक्ष जांच’ भी शामिल है।
साथ ही उसने अपने सदाबहार सहयोगी की संप्रभुता की रक्षा करने और सुरक्षा के प्रति समर्थन व्यक्त किया।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि चीन मौजूदा स्थिति को शांत करने के लिए सभी उपायों का स्वागत करता है और जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच का समर्थन करता है।
क्या चीन जांच में हिस्सा लेगा?
हालांकि, उन्होंने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या बीजिंग जांच में हिस्सा लेगा, क्योंकि रूसी मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान चाहता है कि चीन और रूस पहलगाम हमले की जांच का हिस्सा बनें। पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर में सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित करने के आरोप के मद्देनजर किसी भी जांच की निष्पक्षता व विश्वसनीयता के बारे में एक अन्य सवाल को भी उन्होंने टाल दिया।
उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के साझा पड़ोसी के रूप में चीन उम्मीद करता है कि दोनों पक्ष संयम बरतेंगे, एक-दूसरे से मिलेंगे और बातचीत व परामर्श के जरिये प्रासंगिक मतभेदों से उचित तरीके से निपटेंगे और संयुक्त रूप से क्षेत्रीय शांति व स्थिरता बनाए रखेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि भारत एवं पाकिस्तान दोनों दक्षिण एशिया में महत्वपूर्ण देश हैं और दोनों देशों के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
चीन ने की थी पहलगाम आतंकी हमले की निंदा
गौरतलब है कि चीन ने 23 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चीन की पहली प्रतिक्रिया तब आई जब पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने रविवार को चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी को फोन किया और बीजिंग से समर्थन मांगा।
पाकिस्तान ने चीन से की थी बात
चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, वांग ने डार के अनुरोध पर उनसे फोन पर बात की थी। बाद वांग ने पाकिस्तान का समर्थन किया था, लेकिन भारत की ओर से सिंधु जल समझौता निलंबित करने समेत उठाए गए विभिन्न कदमों का कोई उल्लेख नहीं किया था।
दोनों देशों में तनाव कम हो: तुर्किए
इधर, तुर्किए ने भी तनाव घटाने का आह्वान किया है। तुर्किए के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने सोमवार को कहा, उनका देश चाहता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो।