
24CITYLIVE/पटना, 13 जून 2025:बिहार की राजधानी पटना में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग में संविदा पर कार्यरत अंडर सेक्रेटरी विनोद कुमार सिंह के विभिन्न ठिकानों पर गुरुवार को सघन छापेमारी की गई। गोला रोड स्थित उनके आवास और फार्म हाउस सहित पटना में कुल छह स्थानों पर यह कार्रवाई हुई। विनोद कुमार सिंह पर ट्रांसफर-पोस्टिंग में अनियमितता और अवैध लेन-देन के गंभीर आरोप हैं।
ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विनोद कुमार सिंह पर यह आरोप है कि वह ‘रिशु श्री’ नामक एक व्यक्ति के इशारे पर सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से छोटे कर्मचारियों के तबादलों और नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर धांधली कर रहे थे। बताया जा रहा है कि यह ट्रांसफर-पोस्टिंग का ‘सिंडिकेट’ लंबे समय से सक्रिय था, जिसमें लाखों रुपये के अवैध लेन-देन की बात सामने आई है। ईडी को संदेह है कि इसके पीछे संगठित भ्रष्टाचार का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था।
यह कार्रवाई ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी एक व्यापक जांच का हिस्सा है। छापेमारी के दौरान ईडी की टीमों ने विनोद कुमार सिंह के आवास और अन्य ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। सूत्रों का कहना है कि इन दस्तावेजों में ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़े लेन-देन के अहम सबूत हो सकते हैं, जो जांच को नई दिशा दे सकते हैं।
फिलहाल, ईडी की टीमें जब्त दस्तावेजों की गहन जांच कर रही हैं। जल्द ही विनोद कुमार सिंह और इस मामले में शामिल अन्य संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा सकती है। जांच एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस सिंडिकेट में और कौन-कौन लोग शामिल थे, और क्या इसमें विभाग के अन्य अधिकारी या बाहरी लोग भी संलिप्त हैं।
विनोद कुमार सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जा रही है। इस कार्रवाई से स्थानीय प्रशासन और सामान्य प्रशासन विभाग में हड़कंप मच गया है। कई कर्मचारी और अधिकारी इस मामले को लेकर सतर्क हो गए हैं, क्योंकि ईडी की जांच का दायरा बढ़ने की संभावना है। बिहार में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन ईडी की इस सख्ती से इस रैकेट के बड़े पर्दाफाश होने की उम्मीद जताई जा रही है।