आपातकालीन की तैयारी: 7 मई को देशव्यापी मॉक ड्रिल, गृह मंत्रालय के कड़े निर्देश

24CITYLIVE/आदर्श सिंह/ ब्यूरो रिपोर्ट/पटना:नई दिल्ली केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के कई राज्यों को युद्ध जैसी स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश जारी किया है। यह महत्वपूर्ण अभ्यास 7 मई को किया जाएगा, जिसके दौरान खतरे की चेतावनी के रूप में सायरन बजाया जाएगा।
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों, विशेषकर छात्रों को युद्ध जैसी आपातकालीन परिस्थितियों में बरती जाने वाली सुरक्षा सावधानियों से अवगत कराना है। इस अभ्यास में ब्लैकआउट की स्थिति भी शामिल है, जिसके लिए लोगों को मानसिक रूप से तैयार किया जाएगा।
सूत्रों ने यह भी बताया कि ड्रिल के दौरान महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और संस्थानों को त्वरित रूप से छिपाने (कैमोफ्लाज) की व्यवस्था का भी पूर्वाभ्यास किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने सभी संबंधित राज्यों को अपनी निकासी योजनाओं को अद्यतन करने और उनका गहन अभ्यास करने का भी निर्देश दिया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
यह कवायद देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने तथा आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने की तैयारियों का हिस्सा है। गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। भारत की ओर से आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के संकेत और पाकिस्तान की धमकियों के बीच युद्ध की संभावनाओं को देखते हुए यह मॉक ड्रिल अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इस बीच, पंजाब के फिरोजपुर छावनी क्षेत्र में रविवार को ब्लैकआउट का 30 मिनट का सफल पूर्वाभ्यास किया गया। छावनी बोर्ड और स्टेशन कमांडर के दिशा-निर्देशों के तहत यह अभ्यास रात 9 बजे से 9:30 बजे तक चला।
फिरोजपुर कैंट पुलिस स्टेशन के एसएचओ गुरजंत सिंह ने बताया कि इस दौरान पूरे क्षेत्र की लाइटें बंद कर दी गईं और नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की लाइटें भी बंद कराई गईं। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस पूरी तरह से सतर्क है और सभी महत्वपूर्ण चौराहों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।
गृह मंत्रालय का यह राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल देश की सुरक्षा तैयारियों को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे किसी भी संभावित खतरे से निपटने में मदद मिलेगी।