
24CITYLIVE/बिहार/समस्तीपुर: थाने में तैनात एक महिला सिपाही ने महिला बैरक के बाथरूम में फंदे से लटकता हुआ शव मिला है। महिला सिपाही की पहचान वैशाली जिला निवासी सुरेश पंडित की पुत्री चांदनी कुमारी के रूप में की गई है।
महिला सिपाही का शव बाथरूम में तौलिया टांगने वाले हेंगर से लटक रहा था। मामला मुसरीघरारी थाने का है। पुलिस का कहना है कि मृतका के बेड से एक कॉपी में कुछ सुसाइड नोट टाइप लिखा हुआ भी मिला है, जिसमें वह शादी की बात और परेशानी की चर्चा की है। वहीं पिता का आरोप है कि शादी की तारीख तय होने के बाद भी उसके साहब छुट्टी नहीं दे रहे थे।

सिरहाने के नीचे से बरामद हुआ फंदा
घटना के संबंध में पुलिसकर्मियों का कहना है कि चांदनी बाथरूम गई थी, लेकिन जब वह काफी देर तक बाथरुम से बाहर नहीं निकली तो साथी पुलिसकर्मियों ने बाथरूम का दरवाजा तोड़ दिया। दरवाजा टूटने ही अंदर का नजारा देख कर सभी सन्न रह गए। चांदनी का शव फंदे से लटक रहा था। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई। पुलिसकर्मी का यह भी कहना है कि महिला सिपाही के बेड पर नई रस्सी से बनाया हुआ फंदा सिरहाने के नीचे से बरामद किया गया है। इस बात से माना जा रहा है कि महिला सिपाही बेड पर ही आत्महत्या करने की योजना बनाई थी, लेकिन साथी सिपाहियों के रहने के कारण वह बाथरूम में जाकर दुपट्टे से लटक कर जान दी।
20 नवंबर को होने वाली थी शादी, इस बात से भी थी परेशान
महिला सिपाही की शादी 20 नवंबर को वैशाली जिला के ही बिदुपुर में पुलिस विभाग के ही एक कर्मी से होने वाली थी। माना जा रहा है कि वह इस शादी से ख़ुश नहीं थी। साथी सिपाहियों ने बताया कि फंदे से लटकने से पूर्व वह करीब एक घंटे तक किसी से फोन पर बातचीत कर रही थी। फोन रखने के बाद वह बाथरूम में गई तो फंदे से लटक कर जान दे दी। सिपाही का फोन पुलिस अधिकारी ने जब्त कर लिया है। साथ ही उसके बेड से एक कॉपी में कुछ सुसाइड नोट टाइप लिखा हुआ भी मिला है, जिसमें वह शादी की बात और परेशानी की चर्चा की है।
पिता का आरोप– साहब छुट्टी नहीं दे रहे थे
मृतका चांदनी के पिता सुरेश पंडित ने बताया कि उसकी शादी होने वाली थी। इसको लेकर फर्नीचर एवं अन्य सामान करीब 12 लाख रुपए की खरीदारी एक दिन पहले ही परिवार के लोगों ने की थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 13 तारीख से छुट्टी लेने के लिए बोला था, जिस पर चांदनी ने बताया था कि अभी छुट्टी नहीं मिल पा रही है। साहब छुट्टी नहीं दे रहे हैं।