
24CITYLIVE/मुंगेर, बिहार: मुंगेर पुलिस प्रशासन ने नवनियुक्त पुलिस जवानों से मेडिकल जांच के नाम पर अवैध वसूली के आरोप में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में पुलिस लाइन में पदस्थापित सार्जेंट सुमित कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई मुंगेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सैयद इमरान मसूद के सीधे निर्देश पर की गई।
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि हाल ही में जिले में 334 नवनियुक्त महिला और पुरुष पुलिस जवानों ने अपना योगदान दिया है। इन जवानों के दस्तावेजों की जांच और मेडिकल परीक्षण की प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान, पुलिस प्रशासन को सूचना मिली कि सार्जेंट सुमित कुमार नवनियुक्त जवानों को फोन कर यह कह रहा है कि उनकी मेडिकल जांच रिपोर्ट असफल आई है, लेकिन यदि वे प्रति व्यक्ति 2500 रुपये का भुगतान करें तो उन्हें पास करवा दिया जाएगा।
सूचना की गंभीरता को देखते हुए, एसपी मसूद ने तत्काल एक विशेष जांच टीम का गठन किया, जिसमें लाइन डीएसपी सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। जांच के दौरान आरोपों की पुष्टि हुई, और सार्जेंट सुमित कुमार के पास से जवानों से अवैध वसूली के लिए एकत्र किए गए 36 हजार रुपये नकद बरामद किए गए। इसके अतिरिक्त, बैंक लेनदेन के माध्यम से भी वसूली की पुष्टि हुई।
एसपी मसूद ने स्पष्ट किया कि जांच में यह पाया गया कि सार्जेंट सुमित कुमार इस अवैध वसूली में अकेले ही शामिल था। किसी अन्य पुलिसकर्मी की संलिप्तता नहीं पाई गई है। उन्होंने आगे बताया कि सार्जेंट सुमित कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उसके विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा भी कर दी गई है। इस संबंध में पूरब सराय थाना में एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई थी। आरोप सिद्ध होने के बाद उसे न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया है।
एसपी सैयद इमरान मसूद ने इस मामले पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, “मुंगेर सार्जेंट सुमित ने नवनियुक्त जवानों को डराकर अवैध रूप से पैसे वसूलने की कोशिश की। मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने तत्काल कार्रवाई की और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा। भ्रष्टाचार किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” यह कार्रवाई पुलिस विभाग में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखने के लिए प्रशासन की दृढ़ता को दर्शाती है।