
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: बिहार बोर्ड की दसवीं परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुई बालिकाओं को शैक्षणिक मुख्यधारा में वापस लाने और आगामी परीक्षा के लिए तैयार करने हेतु पटना जिले में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इसी कड़ी में, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) सैफुर रहमान की अध्यक्षता में नोडल शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों की एक समीक्षा बैठक हाल ही में सम्पन्न हुई।
22 स्कूलों में चल रहा है ‘सेकेंड चांस’ कार्यक्रम
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) माध्यमिक शिक्षा, पटना द्वारा जारी निर्देशों के तहत, ‘सेकेंड चांस’ कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रथम एजुकेशन फ़ाउंडेशन के सहयोग से जिले के 22 उच्च विद्यालयों में इन बालिकाओं के लिए नियमित शैक्षणिक तैयारी गतिविधियाँ सुनिश्चित कर रहा है।
बैठक में हुई प्रगति की समीक्षा
डीपीओ सैफुर रहमान द्वारा आहूत इस बैठक का मुख्य उद्देश्य कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करना, बालिकाओं को प्रभावी शैक्षणिक मार्गदर्शन उपलब्ध कराना तथा आगामी कार्ययोजना को सुव्यवस्थित करना था। बैठक में सभी 22 चयनित विद्यालयों के नोडल शिक्षक और प्रधानाध्यापक सक्रिय रूप से उपस्थित रहे और ज़मीनी स्तर पर आ रही चुनौतियों सहित कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की।
प्रशासन का लक्ष्य: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समान अवसर
प्रशासन का मानना है कि यह पहल उन सभी बालिकाओं को मुख्यधारा में पुनः जोड़ने और आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन का प्रयास है कि प्रत्येक बालिका को गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक सहयोग और समान अवसर प्राप्त हो सके।
बैठक में प्रथम एजुकेशन फ़ाउंडेशन की टीम से राजेश कुमार पाण्डेय (राज्य कार्यक्रम), अश्विनी जाधव (केंद्रीय सदस्य) सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।

