
24CITYLIVE/मुजफ्फरपुर: बिहार में पूर्ण शराबबंदी को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध मद्यनिषेध इकाई को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी। इकाई के विशेष अभियान दल ने अपने विश्वसनीय गुप्त सूत्रों से मिली सटीक सूचना के आधार पर मुजफ्फरपुर जिले के सिवाईपट्टी थाना पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक बड़े अंतर्राज्यीय शराब तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में एक 10-पहिया ट्रक से लगभग 7000 लीटर अवैध विदेशी शराब (IMFL) का जखीरा बरामद किया गया है, जिससे शराब माफियाओं को एक बड़ा झटका लगा है।
मद्यनिषेध इकाई के उच्च अधिकारियों ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें लंबे समय से बाहरी राज्यों से बिहार में अवैध शराब की खेप आने की सूचनाएं मिल रही थीं। इन सूचनाओं को पुख्ता करने के लिए इकाई ने अपना खुफिया तंत्र मजबूत किया और संदिग्ध गतिविधियों पर लगातार নজর रखी जा रही थी। इसी क्रम में, इकाई के विशेष अभियान दल को अपने विश्वस्त सूत्रों से यह अहम जानकारी मिली कि कुछ शराब माफिया एक बड़े ट्रक में भारी मात्रा में विदेशी शराब भरकर बिहार की सीमा में दाखिल होने वाले हैं।
सूचना मिलते ही मद्यनिषेध इकाई हरकत में आई और त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई गई। मुजफ्फरपुर जिले के क्षेत्राधिकार को देखते हुए, इकाई ने तत्काल सिवाईपट्टी थाना पुलिस से संपर्क स्थापित किया और संयुक्त अभियान चलाने का निर्णय लिया। दोनों टीमों ने आपसी समन्वय स्थापित करते हुए इलाके में नाकेबंदी की और संदिग्ध वाहनों की गहन तलाशी शुरू कर दी।
आज दिनांक 18 मई, 2025 को चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान, पुलिस और मद्यनिषेध इकाई की संयुक्त टीम ने एक 10-व्हीलर ट्रक को चिन्हित किया, जो हूबहू खुफिया जानकारी में दिए गए विवरण से मेल खाता था। ट्रक को रोककर जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसमें भारी मात्रा में विदेशी शराब की पेटियां भरी हुई पाई गईं। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, बरामद शराब की मात्रा लगभग 7000 लीटर है, जिसकी बाजार में कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है।
मद्यनिषेध इकाई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह शराब संभवतः पड़ोसी राज्यों से तस्करी कर बिहार में लाई जा रही थी, ताकि यहां ऊंचे दामों पर बेचकर मुनाफा कमाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि शराब माफियाओं के इस नापाक मंसूबे को मद्यनिषेध इकाई और बिहार पुलिस ने मिलकर विफल कर दिया है।
फिलहाल, जब्त की गई शराब को कब्जे में ले लिया गया है और ट्रक को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने में जुट गई है। साथ ही, इस ट्रक के चालक और उसमें सवार अन्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अंतर्राज्यीय शराब तस्करी गिरोह में और कौन-कौन से लोग शामिल हैं और इस अवैध शराब के नेटवर्क की जड़ें कहां तक फैली हुई हैं। इसके लिए पड़ोसी राज्यों की पुलिस से भी संपर्क साधा जा सकता है।

इस बड़ी सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मद्यनिषेध इकाई के प्रमुख ने कहा कि यह कार्रवाई बिहार में शराबबंदी को सख्ती से लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने अपने अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की और यह संदेश दिया कि अवैध शराब के कारोबार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे अवैध शराब से संबंधित किसी भी जानकारी को तुरंत पुलिस या मद्यनिषेध इकाई को दें, ताकि इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म किया जा सके।

यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि बिहार पुलिस और मद्यनिषेध इकाई राज्य में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और शराब माफियाओं के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है। आने वाले दिनों में भी इस तरह के विशेष अभियान जारी रहने की संभावना है, ताकि बिहार को पूरी तरह से शराब मुक्त बनाया जा सके।