
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना/बिहार: राजधानी पटना में मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक जघन्य घटना सामने आई है, जहाँ एक रिसेप्शन पार्टी में मामूली विवाद पर एक 20 वर्षीय वेटर को बेरहमी से पीटकर उबलते गर्म पानी में फेंक दिया गया। इस बर्बर हमले के दौरान हमलावर ‘जान से मार दो’ जैसे क्रूर नारे लगा रहे थे। पीड़ित की हालत में सुधार है, हालांकि अभी कई सर्जरियां होनी बाकी हैं और उनका इलाज जारी है।
यह दिल दहला देने वाली घटना 3 जून, 2025 को पटना सिटी के रिकाबगंज कटरा बाजार में एक रिसेप्शन पार्टी में हुई। वेटर नीतीश कुमार बुरी तरह झुलस गए थे और मौके पर ही बेहोश हो गए थे। उन्हें तुरंत एनएमसीएच (NMCH) के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, जहाँ वे सघन चिकित्सा में हैं। डॉक्टरों की कड़ी मेहनत के बाद उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है, लेकिन कई सर्जरियां अभी होनी बाकी हैं और उनका इलाज लगातार जारी है।
पूरा मामला: खाने की देरी पर शुरू हुआ विवाद
मालसलामी के नाखास मंगल अखाड़ा निवासी नीतीश कुमार ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि वह 3 जून, 2025 को ठेकेदार कृष कुमार और टेंट ठेकेदार दयानंद के साथ बतौर वेटर काम करने के लिए रिकाबगंज कटरा बाजार स्थित रिसेप्शन पार्टी में गए थे।
नीतीश के आरोपों के मुताबिक, 3 जून की शाम करीब 6:30 बजे, लाल बाबू राय नामक व्यक्ति ने पार्टी में खाना तैयार न होने को लेकर गाली-गलौज शुरू कर दी। जब नीतीश ने उन्हें ऐसा करने से रोका, तो लाल मोहन राय और उनके साथियों ने उन पर हमला कर दिया और चिल्लाया, ‘जान से मार दो इसे’। इसके बाद, कुंदन कुमार, मुनचुन कुमार और मुनचुन के ममेरा भाई सहित अन्य लोग भी मौके पर आ गए और नीतीश को
घेरकर बेरहमी से पीटने लगे।
पिटाई के बाद उबलते पानी में फेंका, वेटर बेहोश
पिटाई के दौरान दरिंदगी की हद तब पार हो गई, जब हमलावरों ने नीतीश को जबरन उठाकर पास रखी एक कड़ाही में उबल रहे गर्म पानी में फेंक दिया। इस बर्बर कृत्य से नीतीश बुरी तरह झुलस गए और मौके पर ही बेहोश हो गए। उनके साथ काम कर रहे अन्य वेटर तत्काल उन्हें एनएमसीएच लेकर गए, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।

दो दिन बाद आया होश, पुलिस ने दर्ज किया बयान; अभी भी जारी है इलाज
नीतीश कुमार को इस दर्दनाक घटना के दो दिन बाद, यानी 5 जून, 2025 को होश आया। शुरुआत में उनकी हालत गंभीर थी, लेकिन डॉक्टरों की कड़ी मेहनत के बाद अब उनकी हालत में सुधार आ रहा है और वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। हालांकि, उनके घावों को ठीक करने और उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ करने के लिए अभी कई सर्जरियां की जानी बाकी हैं और उनका इलाज लगातार जारी है।
उनकी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधिकारी उनसे मिलने एनएमसीएच पहुंचे और उनका विस्तृत बयान दर्ज किया। यह बयान इस मामले की आगे की जांच के लिए महत्वपूर्ण है।
पुलिस जांच में जुटी, आरोपी फरार
मालसलामी थाना अध्यक्ष सुनील कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नीतीश कुमार के बयान के आधार पर एफआईआर संख्या 283/25 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने दोषियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जांच तेज कर दी है। हालांकि, घटना के बाद से सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है, खासकर रिसेप्शन जैसी खुशी के माहौल में हुई इस बर्बरता ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।