24CITYLIVE: बिहार के नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णानगर गांव में बीती रात दलित बस्ती में आगजनी के मामले में बवाल बढ़ता देख पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है. मुख्य आरोपी नंदू पासवान ही है, इसे ही गिरफ्तार किया गया है.
गिरफ्तार नंदू पासवान रिटायर्ड पुलिस कर्मी है. 2014 में पुलिस से विभाग से रिटायर्ड हुआ है. इसका बेटा नागेश्वर पासवान कृष्णा नगर के वार्ड 16 का वार्ड सदस्य है और बहू सरिता भारती आंगनवाड़ी सेविका है. नंदू की बहू ने कहा कि जिस जगह पर अगजनी की घटना हुई वहां ससुर नंदू पासवान का 4 डिसमिल रैयती जमीन है
पुलिस ने कुल 15 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिनके खिलाफ नामजद मामला दर्ज हुआ है. उनमें नंदु पासवान, पन्नु पासवान, शिबु पासवान, श्रवण पासवान, रामनगीना पासवान, नगेश्वर पासवान, मिथुन पासवान, चंद्रदीप पासवान उर्फ भोली, मुनी पासवान, राजकुमार पासवान, अविनाश कुमार उर्फ अभिषेक कुमार, विक्रम कुमार, दीपक कुमार, मुकेश पासवान, पवन कुमार, सोनु पासवान, जमुना चौहान, सोमर चौहान, नुनु प्रसाद, अशीष यादव, महेश कुमार, अखिलेश कुमार, दशस्थ चौहान, बद्री चौहान, यदुनंदन चौहान, सिपाही चौहान का नाम शामिल है.
नवादा की घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय बैठक की. नीतीश कुमार ने डीजीपी के साथ आला पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक की और पूरे मामले पर फीडबैक लिया. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को पूरे मामले की जाँच के लिए भेजा नवादा. किसी भी हालत को दोषियों को नहीं छोड़ने का CM ने आदेश दिया है.
पुलिस अधीक्षक, नवादा द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर तत्काल कार्यवाही कराते हुए स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया. रात्रि में ही विशेष गश्ती पुलिस, मुफस्सिल थानाध्यक्ष, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर एवं अंचलाधिकारी द्वारा घटनास्थल पर पहुँचकर मामले की छानबीन की गयी। इस घटना में किसी व्यक्ति के जख्मी होने की सूचना प्राप्त नहीं है.
पुलिस द्वारा घटना में संलिप्त व्यक्तियों की गिरफ्तारी हेतु एक विशेष टीम का गठन करते हुए रात्रि में ही तत्काल सत्यापन एवं छापेमारी करते हुए नवादा एवं पास के नालन्दा जिले से घटना में संलिप्त मुख्य आरोपी नंदू पासवान सहित 15 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. 03 देसी कट्टा एवं खोखा भी जब्त किया गया है. अन्य आरोपियों एवं संदिग्धों के विरूद्ध नवादा पुलिस की विशेष टीम द्वारा लगातार छापेमारी एवं अन्य कार्रवाई की जा रही है. घटना का कारण लगभग वर्ष 1995 से ही लंबित जमीनी विवाद का मामला प्रकाश में आया है. स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण एवं नियंत्रण में है.