शख्स एक, नाम अनेक, पेशा बेहद खतरनाक, छह की उम्र में हुआ पिता का इंतकाल।

24CITYLIVE: अतीक-अशरफ और असद की मौत के बाद इस वक्त दो नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है। उसमें एक नाम अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और दूसरा है अतीक का करीबी गुड्डू मुस्लिम। दोनों आरोपी पुलिस की पकड़ से अभी बाहर हैं। गुड्डू मुस्लिम की बात करें तो वो कई नामों से जाना जाता है, जैसे- गुड्डू मुस्लिम, गुड्डू शूटर, गुड्डू बमबाज और मोहम्मद मुस्लिम। पिछले दो महीनों से 52 साल का कुख्यात अपराधी गुड्डू मुस्लिम यूपी पुलिस की अपराधियों की सूची में टॉप में शामिल हो गया है।
अशरफ के अंतिम शब्द- ‘मेन बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम.’
प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो गनर की 24 फरवरी को हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से अतीक का करीबी गुड्डू मुस्लिम पुलिस की रडार पर है। उमेश पाल मर्डर केस में इस महीने की शुरुआत में अतीक के बेटे असद और उसके एक सहयोगी गुलाम को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके बाद 15 अप्रैल को अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ को पत्रकार बनकर आए तीन हमलावरों ने उस वक्त गोली मार दी थी, जब पुलिस दोनों भाइयों को मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी। गोली लगने से पहले अतीक-अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे। अशरफ के आखिर शब्द थे- मेन बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम.”
गुड्डू मुस्लिम पर नौ मामले दर्ज
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुड्डू मुस्लिम पर हत्या और हत्या की कोशिश करने समेत नौ मामले दर्ज हैं। जांच अधिकारियों के अनुसार, गुड्डू एक ‘कॉन्ट्रैक्ट किलर’ है, जो जोखिम भरे कामों को अंजाम देने के लिए जाना जाता है। उसने यूपी और बिहार के कई गिरोह के नेताओं के साथ काम किया है। वहीं जब अतीक किसी वारदता को अंजाम देना चाहता था तो वो गुड्डू मुस्लिम से संपर्क करता था। इस वजह से अतीक का पसंदीदा शख्स गुड्डू मुस्लिम बन गया था।
गुड्डू मुस्लिम छह साल का था, जब उसके पिता का इंतकाल हुआ
यूपी पुलिस के डोजियर के मुताबिक, गुड्डू मुस्लिम सुल्तानपुर जिले के इटकौली गांव का रहने वाला है। वह लगभग छह साल का था, जब उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। घटना के बाद उसकी मां प्रयागराज चली गईं थी। जहां गुड्डू मुस्लिम अपने मामा के घर रहने लगा। पुलिस के अनुसार, गुड्डू मुस्लिम शुरू में चोरी जैसे छोटे अपराधों में शामिल था। जिसकी वजह से पुलिस अक्सर उसके घर आती थी। इससे नाराज होकर उसकी मां और मामा ने उससे संबंध खत्म कर लिए।
30 साल की उम्र मां का निधन
गुड्डू मुस्लिम लगभग 30 साल का था, जब उसकी मां का इंतकाल हो गया था। मां के इंतकाल के बाद वो माफिया अतीक के संपर्क में आया। यही वो वक्त था, जब वो प्रयागराज के चकिया इलाके में एक विवाहित महिला के साथ रहने लगा। जहां अब अतीक का खंडहर हो चुका घर है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुड्डू ने अतीक का ध्यान 2000 के आसपास तब खींचा, जब उसने यह सुनिश्चित करने के लिए वकीलों की व्यवस्था की कि गैंगस्टर एक आपराधिक मामले में जेल से रिहा हो। इसके तुरंत बाद उसने अतीक के लिए शूटर के रूप में काम करना शुरू कर दिया और अक्सर अतीक के साथ आने-जाने लगा। पुलिस ने कहा कि 2017 में अतीक के जेल जाने के बाद गुड्डू ने अपने दो बेटों के साथ काम करना शुरू कर दिया। जिसमें मुख्य रूप से गिरोह के लिए अवैध हथियारों की व्यवस्था करना शामिल रहा। पुलिस ने कहा कि लगभग इसी समय, चकिया इलाके में रहने के दौरान गुड्डू का एक अन्य महिला के साथ संबंध बन गया।
बम बनाने में माहिर है गुड्डू मुस्लिम
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गुड्डू बम बनाने में माहिर है। उसके पास कच्चा माल है तो वो बाइक पर बैठे-बैठे बम तैयार कर सकता है। कहा यह भी जाता है कि गुड्डू अपने साथ एक पैकेट में कच्चा माल ले जाता था और चलते समय बमों को बनाता रहता था। उमेश पाल की हत्या के एक वीडियो में गुड्डू को बम फेंकते हुए देखा जा सकता है, जबकि उसके साथी फायरिंग कर रहे हैं। पुलिस का मानना है कि उसने ही इस खतरनाक हमले की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।
अतिरिक्त महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है। पुलिस के अनुसार, उसके सुल्तानपुर, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, हरियाणा और दिल्ली में अच्छी जान-पहचान है। जहां वो छिपा हो सकता है। वारदात को अंजाम देने के बाद वो कुछ वक्त के लिए लखनऊ में भी रहा।