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15 लाख का इनामी, 145 मामलों में मुकदमें, नक्सली इंदल उर्फ ललन गंझू ने किया सरेंडर

24CITYLIVE: रांची झारखंड पुलिस को नक्सल मुक्त प्रदेश बनाने में बड़ी कामयाबी मिली है.
यहां पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा चलाए गए ज्वाइंट ऑपरेशन में 15 लाख के इनामी रीजनल कमांडर इंदल गंझू ने आज रांची स्थित आईजी ऑफिस में सरेंडर कर दिया. वहीं, इंदल गंझू पर चतरा, हजारीबाग, पलामू के साथ बिहार के गया और औरंगाबाद में 145 मामले दर्ज थे.वहीं, सरेंडर करने के बाद कुख्यात नक्सली कमांडर इंदर गंझू ने अन्य नक्सली संगठन से जुड़े साथियों से आत्मसमर्पण करने की अपील की है.

दरअसल, 15 लाख के इनामी रीजनल नक्सली कमांडर इंदर गंझू ने एक जमीन विवाद के बाद लगभग 20 साल पहले नक्सली संगठन में शामिल हो गया था. धीरे धीरे वह संगठन में तेजी से अपने कद को बढ़ाने लगा.उसने नक्सली संगठनों में कई अन्य युवाओं को भी बिहार और झारखंड से जुड़वाया. हालांकि, उस पर 145 मामले कई थानों में दर्ज हैं.
पिछले महीनें 5 नक्सलियों का हुआ एनकाउंटर

वहीं, बीते 3 अप्रैल को चतरा जिले में पुलिस और सीआरपीएफ की ज्वाइंट टीम की कार्रवाई के दौरान नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गया था. उस दौरान सुरक्षाबलों ने 5 नक्सलियों को ढेर कर दिया था, जिसमें से दो स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य गौतम पासवान उर्फ सुरेश और अजीत वर्मा उर्फ चार्ली शामिल थे. दोनों के ऊपर करीब 25 लाख रुपए का इनाम था. साथ ही इनकाउंटर के दौरान मारे गए अन्य नक्सलियों में अमर गंझू उर्फ अमर भोक्ता , अजय यादव उर्फ नंदू और संजीत भुइयां उर्फ सागर शामिल था. जिनपर 5-5 लाख रुपए का इनाम झारखंड सरकार ने रखा था.
इंदर गंझू मुठभेड़ के दौरान बचकर हुआ था फरार

हालांकि, सरेंडर करने वाले 15 लाख का इनामी नक्सली कमांडर इंदर गंझू मुठभेड़ के दौरान बचकर फरार हो गया था. वहीं, झारखंड सरकार की नई दिशा – एक नई पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों के सामने उसने सरेंडर कर दिया.

15 लाख के इनामी नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर

इस दौरान झारखंड पुलिस के आईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि सरेंडर करने वाले 15 लाख के इनामी नक्सली कमांडर इंदल गंझू बिहार के असरैना गांव का रहने वाला है. दुर्दांत नक्सली कमांडर इंदर गंझू सरेंडर करने से झारखंड में नक्सलियों के रीढ़ टूट गई. इस दौरान इंदल ने अन्य नक्सलियों से भी सरेंडर की पॉलिसी अपनाते हुए सरेंडर करने की अपील की. अन्यथा सुरक्षा बलों की गोलियों का शिकार होने के लिए आप तैयार रहे.

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