खास ख़बरघटनाजुर्मप्रशासनिकबिहारवायरल वीडियो रिपोर्टहेडलाइंस

सारण: घर में घुसकर मारपीट और गिरफ्तारी का वीडियो वायरल, तीन पुलिसकर्मी निलंबित



24CITYLIVE/सारण, बिहार: सारण जिले में मांझी थाना पुलिस की दादागिरी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पुलिसकर्मियों पर एक घर में जबरन घुसकर महिला के परिजनों के साथ मारपीट करने और उन्हें गिरफ्तार करने का आरोप लगा है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने और पीड़ित महिला रूबी देवी के 14 जून के आवेदन के बाद, एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने त्वरित कार्रवाई की है।
एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने एकमा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-2 राजकुमार की जांच रिपोर्ट के आधार पर मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक विपुल कुमार सिंह और प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उनसे पांच दिनों के भीतर स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना 13 जून की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, मांझी थाना में पदस्थापित प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी पिछले एक साल से रूबी देवी के मकान में किराए पर एक कमरा लेकर रह रही थीं। मकान मालिक रूबी देवी द्वारा कमरा खाली करने का दबाव बनाए जाने पर 13 जून को रूबी देवी के देवर अरुण कुमार और एएसआई आरती कुमारी के बीच बहस हो गई।
बहस बढ़ने पर, महिला पुलिस पदाधिकारी आरती कुमारी ने मांझी थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार अपने थाने में प्रतिनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक विपुल कुमार सिंह और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने मामले की उचित जांच किए बिना ही रूबी देवी और उनके परिवार के सदस्यों पर दबाव बनाते हुए अरुण कुमार और मोनू कुमार को जबरन पकड़कर थाने ले आए।
बिना जांच के लगाई गई संगीन धाराएं
इस घटना के संबंध में प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी के आवेदन के आधार पर मांझी थाना में कांड संख्या 209/25, दिनांक 13.06.25 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई और पकड़े गए दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
जांच के दौरान यह सामने आया कि एएसआई आरती कुमारी ने घटना के संबंध में बढ़ा-चढ़ाकर और गंभीर आरोप लगाकर मांझी थाना को सूचित किया था। एसएसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष द्वारा मामले की जांच किए बिना ही जानबूझकर कांड में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109/132 का समावेश किया गया, जिसका उद्देश्य मामले को गंभीर और संगीन बनाना था।
पुलिस छवि धूमिल करने और लापरवाही का आरोप
एसएसपी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार सभी पुलिसकर्मियों को आमजनों से नम्रतापूर्ण व्यवहार करने के लिए निर्देशित किया गया था। इसके बावजूद, वायरल वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि मांझी थाना के पुलिस पदाधिकारियों द्वारा आवेदिका के परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया।
एकमा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर, वरीय पुलिस अधीक्षक ने मांझी थानाध्यक्ष अमित कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक विपुल कुमार सिंह और प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी द्वारा की गई कार्रवाई और व्यवहार को पुलिस की छवि धूमिल करने वाला, कर्तव्य के प्रति लापरवाही और मनमानापन मानते हुए निलंबन की कार्रवाई की है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!