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आरएमआरआई की 60वीं स्थापना दिवस व देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की 139वीं जयंती पर सेमिनार

24CITYLIVE आदर्श सिंह की रिर्पोट पटना सिटी: अगमकुआं स्थित आरएमआरआई, एमएस की 60वीं स्थापना दिवस व देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की 139वीं जयंती पर सेमिनार का आयोजन किया गया।

सेमिनार में इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना के निदेशक सह कुलपति प्रोफेसर डॉ बिंदे कुमार मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। जबकि सम्मानित अतिथि के रूप में आरडीजेएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, मुजफ्फरपुर, तुर्की के प्रिंसिपल डॉ उदय कुमार मौजूद रहे। सेमिनार में सीएसआईआर-आईआईसी बी कोलकाता के आईसीएमआर एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ श्यामल रॉय को डॉ राजेन्द्र प्रसाद ओरेशन मेडल से सम्मानित किया गया।

डॉ रॉय ने लिशमैनियासिस और अन्य उष्णकटिबंधीय रोगों पर विशिष्ट शोध किया था। डॉ रॉय ने वैज्ञानिक संगोष्ठी के दौरान “लीशमैनिया डोनोवानी की खोज और यूएन ब्रह्मचारी का योगदान” विषय पर अपना
भाषण दिया।

इससे पहले आरएमआरआई के निदेशक कृष्णा पांडेय ने सभी अतिथियों को शॉल व बुके देकर सम्मानित किया। डॉ पांडेय ने डॉ श्यामल रॉय के शोध योगदान की जानकारी दी। उन्होंने संस्थान के इतिहास की जानकारी देते हुए कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम में योगदानों की चर्चा की।

उन्होंने तपेदिक, एचआईवी-एड्स, हेपेटाइटिस-बी और सी, वायरल प्रकोप आदि जैसी अन्य बीमारियों में संस्थान द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला। डॉ पाण्डेय ने कोविड-19 महामारी के दौरान संस्थान के योगदान को याद करते हुए बताया कि आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए बिहार में पहला नैदानिक केंद्र, कोविशील्ड वैक्सीन का परीक्षण, जनशक्ति विकास, लॉजिटिक प्रबंधन, सीरो सर्विलेंस, गुणवत्ता आश्वासन, रैपिड एंटीबॉडी किट का सत्यापन, बड़े पैमाने पर टीकाकरण केंद्र आदि को भुलाया नहीं जा सकता।

निदेशक ने बताया कि संस्थान स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (डीएचआर) के माध्यम से मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में स्थापित मॉडल ग्रामीण स्वास्थ्य अनुसंधान इकाई (एमआरएचआरयू) के माध्यम से ग्रामीण स्तर तक अनुसन्धान को ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि संस्थान को लीशमैनियासिस के लिए डब्ल्यूएचओ के सहयोगी केंद्र और
वीएल-पीकेडीएल के लिए उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। उन्होंने बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए एनआईपीईआर-
हाजीपुर, सीयूबी-गया और बीएचयू-वाराणसी के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथियों समेत गणमान्य व्यक्तियों द्वारा डॉ राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा
पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। मौके पर आयोजित विभिन्न खेल के विजेताओं को सम्मानित किया गया। संचालन डॉ अभिक सेन, वैज्ञानिक-ई, धन्यवाद ज्ञापन डॉ वहाब अली, वैज्ञानिक-एफ ने किया।

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