
24CITYLIVE/बक्सर, बिहार: बक्सर के पुलिस कप्तान, आईपीएस अधिकारी शुभम आर्य, अपनी कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने लापरवाह और कोताही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। एक उपनिरीक्षक (एसआई) को निलंबित कर दिया गया है और औद्योगिक क्षेत्र थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) सहित 100 से अधिक पुलिसकर्मियों का वेतन रोक दिया गया है। यह कार्रवाई एक वीडियो सामने आने के बाद की गई है, जिसमें पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर ट्रकों से अवैध वसूली करते दिखाया गया था।
वीडियो ने खोली पोल, एसपी ने लिया एक्शन
पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने शुक्रवार को एक वीडियो सामने आने के बाद एसआई और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया। इस वीडियो में राष्ट्रीय राजमार्ग-922 (NH-922) पर छोटे वाहनों के लिए निर्धारित लेन से ट्रकों को अवैध रूप से गुजरने की अनुमति दी जा रही थी। आरोप है कि इसके बदले में ट्रक ड्राइवरों से प्रति ट्रक 2,000 रुपये से 3,000 रुपये की अवैध वसूली की जा रही थी। फुटेज में चेकपॉइंट पर पैसे की स्पष्ट अवैध वसूली दिखाई दे रही थी, जिसने विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए थे।
पुलिस के अनुसार, एसआई सुनील कुमार राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर पुलिस लाइन में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, औद्योगिक क्षेत्र थाने के एसएचओ संजय कुमार का वेतन इस मामले को समय पर नहीं निपटाने और प्रशासनिक चूक के कारण रोक दिया गया है।
कर्तव्य में लापरवाही और संगठित कदाचार
एसएचओ संजय कुमार ने खुद स्वीकार किया कि उन्हें इस संबंध में कई शिकायतें मिली थीं। उन्होंने अपने स्वयं के वीडियो दस्तावेज के माध्यम से भी इस अवैध गतिविधि की पुष्टि की, जिसमें सामने आया कि जब भी एसआई सुनील कुमार राय ड्यूटी पर होते थे, यह अवैध वसूली और बढ़ जाती थी। उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड विजय यादव भी इस कदाचार में शामिल पाया गया है।
यह अवैध गतिविधि 11 जून को उस समय सामने आई, जब गीली रेत से लदा एक ट्रक सही मार्ग को बाईपास करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। यातायात निरीक्षक रोहित कुमार ने हस्तक्षेप किया और वाहन को जाने से मना कर दिया। कथित तौर पर एसआई सुनील कुमार राय मौके पर पहुंचे और निरीक्षक पर ट्रक को छोड़ने का दबाव बनाने की कोशिश की। हालांकि, निरीक्षक ने मामले को खनन विभाग तक पहुंचाया, जिसके बाद आगे की जांच और कार्रवाई की गई।
ट्रैफिक नियंत्रण में चूक और अवैध वसूली का सिंडिकेट
गोलंबर और टोल प्लाजा के बीच यातायात नियंत्रण की जिम्मेदारी यातायात पुलिस के डीएसपी के पास है। निलंबित एसआई सुनील कुमार राय और होमगार्ड विजय यादव दोनों ही उनके आदेश के तहत तैनात थे। हालांकि, वीडियो साक्ष्य और आंतरिक गवाही के आधार पर, यह निष्कर्ष निकाला गया कि यह अवैध संचालन एक संगठित तरीके से किया जा रहा था, जिसमें कई पुलिसकर्मी शामिल थे।
इन थानों के 100 से अधिक पुलिसकर्मियों का वेतन रोका गया:
एसपी शुभम आर्य ने कुल सात थानों के पुलिसकर्मियों के वेतन पर रोक लगाई है, जो उनकी ड्यूटी में लापरवाही को दर्शाता है:
* औद्योगिक थाना: चार पुलिस अधिकारियों (पुअनि संजय कुमार, पुअनि संजय विकास त्रिपाठी, पुअनि धर्मेंद्र कुमार और सअनि सुनील कुमार सिंह) का वेतन रोका गया।
* राजपुर थाना: नौ पुलिस अधिकारियों (पुअनि भगवान लाल राय, पुअनि संतोष कुमार, पुअनि वशिष्ठ नारायण यादव, सअनि धर्मेंद्र कुमार, सअनि रविशंकर कुमार, प्रशिक्षु पुअनि अनिषा कुमारी, पुअनि जयप्रकाश कुमार, सअनि अनिल कुमार और सअनि पंकज कुमार पंडित) का वेतन रोका गया।
* इटाढ़ी थाना: चार पुलिस अधिकारियों (पुअनि अजय कुमार पांडेय, पुअनि गुड्डी कुमारी, सअनि बबलू कुमार और पुअनि विनोद कुमार सिंह) का वेतन रोका गया।
* धनसोई थाना: चार पुलिस अधिकारियों (पुअनि जितेंद्र कुमार शर्मा, सअनि श्रवण कुमार, पुअनि चंचल कुमार महथा और पुअनि सुमित) का वेतन रोका गया।
* बगेन गोला थाना: पुअनि रामशंकर तिवारी का भी वेतन रोक दिया गया।
* साइबर थाना: दो पुलिस अधिकारियों (पुअनि रामरतन पंडित और पुअनि संजय कुमार सिंह) के वेतन पर रोक लगाई गई।
* डुमरांव थाना: कुल 11 पुलिस अधिकारियों (पुअनि मनोज कुमार, पुअनि सोनम कुमारी, सअनि गुड्डू कुमार, पुअनि हरेश कुमार, सअनि विपिन कुमार, सअनि नेजाम अख्तर, पुअनि प्रियंका कुमारी, पुअनि आशीष कुमार, पीटीसी मनोज कुमार, सअनि राजकुमार साव, सअनि जितेंद्र कुमार चौधरी, पुअनि जितेंद्र कुमार सिंह और पुअनि इंद्रदेव सिंह) का वेतन रोका गया।
* नगर थाना: 14 पुलिस अधिकारियों (पुअनि सुमित कुमार, पुअनि शुभम कुमारी, पुअनि पूजा कुमारी, पुअनि दिलीप यादव, पुअनि सियाराम रजक, पुअनि रामबहादुर थापा, पुअनि राजीव रंजन, पुअनि प्रशिक्षु लोहित कुमार, पुअनि अवधेश कुमार यादव, पुअनि मनोज कुमार सिंह, सअनि कुंदन कुमार सिंह, सअनि राजनारायण कुमार, सअनि सुनील कुमार, सअनि ठाकुर चंदन सिंह, पुअनि राजकुमार सिंह और सअनि हरेंद्र गिरी) का वेतन रोका गया।
* मुफस्सिल थाना: सबसे अधिक 24 पुलिस अधिकारियों (पुअनि चंदन कुमार यादव, पुअनि दुनदुन शुक्ला, पुअनि विशाल कुमार सिंह, पुअनि अशोक कुमार, सअनि माहेश्वरी कुमार, सअनि अजय कुमार, सअनि अमर किशोर चौधरी, सअनि रवि कुमार मंडल, पुअनि अमय कुमार सिंह, पीटीसी दीनबंधु कुमार, पीटीसी राकेश कुमार, सअनि सुधीर कुमार मेहता, सअनि रवि कुमार मंडल, सअनि सुनील कुमार पासवान, पुअनि शंकर कुमार, पुअनि नितेश कुमार, पुअनि मुकेश कुमार, पुअनि गौरीशंकर कुमार, पुअनि मो. हमिद, पुअनि महेश्वरी कुमार, पुअनि रितिका, सअनि अमरेश कुमार, सअनि अरुण कुमार, सअनि मनोज पासवान, सअनि सुमन कुमार और पुअनि रविंद्र कुमार) का वेतन रोका गया।
* नया भोजपुर थाना: पांच पुलिस अधिकारी (पुअनि सुमन कुमार, पुअनि राकेश प्रसाद, सअनि राजीव कुमार, पुअनि श्रीराम ठाकुर, पुअनि वकार अहमद, पुअनि मनीष कुमार)।
* सोनवर्षा थाना: दो पुलिस अधिकारी (पुअनि सुभाष कुमार, पुअनि मंगल भूषण पासवान)।
* सिकरौल थाना: तीन पुलिस अधिकारी (सअनि लाल बहादुर राम, पुअनि रमेश पासवान, पुअनि मिंटू कुमार, सअनि रमेश पासवान)।
* कोरानसराय थाना: तीन पुलिस अधिकारी (पुअनि राहुल कुमार, सअनि राजकुमार, सअनि स्वाति कुमारी)।
* वासुदेवा थाना: एक पुलिस अधिकारी (सअनि अनिल कुमार)।
* नावानगर थाना: तीन पुलिस अधिकारी (सअनि दिलीप कुमार, सअनि विजय कुमार और पुअनि विजय ठाकुर)।
यह कार्रवाई बक्सर पुलिस अधीक्षक के ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को दर्शाती है और यह संदेश देती है कि कर्तव्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना के बाद, बक्सर पुलिस बल में हड़कंप मच गया है और आने वाले दिनों में और भी सख्त कदम उठाए जाने की संभावना है।