24CITYLIVE/Uttar Pradesh:कानपुर में एक चोर ने रेल बाजार पुलिस की पोल खोल दी. कमिश्नरेट पुलिस में एक थानेदार ने चोर को अरेस्ट करके लगभग 25 लाख का बरामद सोना सर्राफ के यहां गलवाकर बेच दिया. चोर फिर से पकड़े गए तो थानेदार की करतूत सामने आई. पुलिस कमिश्नर ने जांच कराई तो थानेदार और उसके साथ शामिल अन्य पुलिसकर्मियों पर एक्शन शुरू हुआ.
चारों को सस्पेंड किया गया है. एडीशनल सीपी हरीश चंदर ने चारों पुलिसकर्मी पर के खिलाफ चोरी की एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं.
पूरा मामला रेलबाजार थाने का है. वारदात का मास्टर माइंड दरोगा विजय दर्शन निकला.
जानकारी के अनुसार बर्रा-6 में रहने वाली टीचर शालिनी दुबे के यहां 30 सितंबर को 25 से 30 लाख रुपये की चोरी हुई थी. शालिनी टीचर हैं और उनके पति बीएसएफ में अफसर हैं जो कि वर्तमान में सिलिगुड़ी में तैनात हैं. शालिनी 30 सितंबर को घर पर ताला लगाकर स्कूल गईं थी. इस दौरान चोरों ने दिनदहाड़े उनके घर पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया. उन्होंने बर्रा थाने में चोरी की एफआईआर दर्ज कराई थी. मामले की जांच कर रहे बर्रा इंस्पेक्टर ने सीसीटीवी की मदद से एक चोर को अरेस्ट कर लिया. चोर के साथी को भी गिरफ्तार किया गया. दोनों चोरों ने जो कहानी बताई, उसे सुनकर बर्रा इंस्पेक्टर के होश उड़ गए.
पूछताछ में पता चला कि दरोगा विजय दर्शन ने चोरी का पूरा माल चोरों से ले लिया. इसमें उनके साथ हेड कांस्टेबल आमिल हाफिज भी था. चोरों से बरामद 20-25 लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवरात को थानेदार ने एक सर्राफ के यहां गलवाकर बेच दिया. इसके बाद चोरों को छोड़ दिया.
एडिशनल सीपी हरीश चन्दर ने बताया है कि जांच में इसकी पुष्टि हुई है कि रेलबाजार पुलिस ने सोना गलवा कर इसे बेच दिया. एसओ विजय दर्शन शर्मा, उपनिरीक्षक प्रशिक्षण नवीन श्रीवास्तव, हेड कॉन्स्टेबल सुभाष तिवारी और हेड कॉन्स्टेबल आमिल हाफिज को सस्पेंड कर दिया गया है.