24CITYLIVE/बिहार:बक्सर के सिमरी थानाक्षेत्र में हाजत में बंद युवक राजेश कुमार खरवार की मौत के मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है, जिससे जिले में हड़कंप मच गया है। सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ है कि युवक ने थाने की हाजत में आत्महत्या करने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस की लापरवाही से समय पर उसे नहीं बचाया जा सका। घटना के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शुभम आर्य ने कार्रवाई करते हुए सिमरी थाना प्रभारी प्रफुल्ल कुमार, ओडी प्रभारी सीताराम चौधरी और चौकीदार हरिकिशुन यादव को निलंबित कर दिया है।
नशे में हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तार हुआ था युवक
जानकारी के अनुसार, शनिवार को सिमरी थानाक्षेत्र के धनहा गांव के निवासी राजेश कुमार खरवार को पुलिस ने शराब के नशे में हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। राजेश के पिता नंद बिहारी खरवार ने पुलिस को शिकायत दी थी, जिसके आधार पर पुलिस ने राजेश को गिरफ्तार कर हाजत में बंद कर दिया।
पुलिस के अनुसार, राजेश ने हाजत में अपनी बेल्ट का इस्तेमाल कर फंदा बनाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। घटना के बाद उसकी तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी। पुलिस ने उसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर सदर अस्पताल भेजा, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस की लापरवाही उजागर
मामले की जांच में सामने आया कि घटना के समय थाने में मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी सतर्क नहीं थे। सीसीटीवी फुटेज में राजेश के आत्महत्या के प्रयास की पूरी घटना कैद हो गई, लेकिन समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए एसपी शुभम आर्य ने तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित कर दिया।
थानाध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार ने इस पूरी घटना को छिपाने की कोशिश की, लेकिन जांच के बाद सच्चाई सामने आ गई। सीसीटीवी फुटेज से यह साफ हुआ कि युवक ने बेल्ट का फंदा बनाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। पुलिस ने इस फुटेज को जांच का हिस्सा बनाते हुए दोषियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
मौके पर तैनात पुलिस बल
राजेश की मौत के बाद डुमरांव अनुमंडल के विभिन्न थानों की पुलिस और एसडीएम को घटनास्थल पर तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन ने इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इस मामले में पुलिस प्रशासन ने मृतक के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
इस घटना के बाद जिले में पुलिस प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस उचित कदम उठाती, तो युवक की जान बचाई जा सकती थी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी शुभम आर्य ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।