
24CityLive:हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र नवरात्रि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. साल में चार नवरात्रि मनाई जाती है दो गुप्त और दो प्रत्यक्ष. चैत्र और अश्विन माह में आने वाली नवरात्रि पर मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना होती है वहीं आषाढ़ और माघ की गुप्त नवरात्रि में मां अंबे की 10 महाविद्याओं की उपासना की जाती है.
हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है.इस दिन गुड़ी पड़वा और चेती चांद का त्योहार मनाया जाता है. नवरात्रि में देवी के भक्त घटस्थापना करते हैं, नौ दिनों तक व्रत रखकर शक्ति साधना की जाती है. आइए जानते हैं साल 2023 में चैत्र नवरात्रि कब से आरंभ होगी और घटस्थापना का मुहूर्त.
हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। नौ दिनों तक पड़ने वाली इन नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार, साल भर में 4 बार नवरात्रि पड़ती है। जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि खास मानी जाती है। इसके साथ ही माघ और आषाढ़ मास में नवरात्रि पड़ती है जिन्हें गुप्त नवरात्रि के नाम से जानते हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्रि में साधु-संतों के साथ गृहस्थ लोग मां दुर्गा की पूजा करने के साथ व्रत रखती हैँ। वहीं गुप्त नवरात्रि में दुर्गा की दस विद्याओं की पूजा अर्चना की जाती है। यह नवरात्रि तंत्र विद्या के लिए खास होती है। जानिए साल 2023 में कब-कब पड़ रही हैं कौन सी नवरात्रि।
चैत्र नवरात्रि 2023 कब से कब तक?
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ समाप्त होंगे। साल 2023 में चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा तिथि 21 मार्च को रात 10 बजकर 52 मिनट से शुरू हो रही है, जो समाप्त 22 मार्च को शाम 8 बजकर 20 मिनट पर हो रही है। इसलिए 21 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू होकर 30 मार्च को समाप्त होगी।
22 मार्च 2023, बुधवार- मां शैलपुत्री की पूजा, घटस्थापना
23 मार्च 2023, गुरुवार- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
24 मार्च 2023, शुक्रवार- मां चंद्रघंटा की पूजा
25 मार्च 2023, शनिवार- मां कूष्मांडा की पूजा
26, मार्च 2023, रविवार- मां स्कंदमाता की पूजा
27 मार्च 2023, सोमवार- मां कात्यायनी की पूजा
28 मार्च 2023, मंगलवार- मां कालरात्रि की पूजा
29 मार्च 2023, बुधवार- मां महागौरी की पूजा
30 मार्च, गुरुवार- मां सिद्धिदात्री की पूजा
शारदीय नवरात्रि 2023
पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि आरंभ हो रही है, जो विजय दशमी यानी 24 अक्टूबर 2023 को समाप्त हो रही है।
15 अक्टूबर 2023, रविवार- मां शैलपुत्री की पूजा, घटस्थापना
16 अक्टूबर 2023, सोमवार- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
17 अक्टूबर 2023, मंगलवार- मां चंद्रघंटा की पूजा
18 अक्टूबर 2023, बुधवार- मां कूष्मांडा की पूजा
19 अक्टूबर 2023, गुरुवार- मां स्कंदमाता की पूजा
20 अक्टूबर 2023, शुक्रवार- मां कात्यायनी की पूजा
21 अक्टूबर 2023, शनिवार- मां कालरात्रि की पूजा
22 अक्टूबर 2023, रविवार- मां महागौरी की पूजा
23 अक्टूबर, सोमवार- मां सिद्धिदात्री की पूजा
गुप्त नवरात्रि 2023
हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय, चैत्र नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि भी पड़ती है। गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों के अलावा मां भगवती दुर्गा की दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। मां भगवती दुर्गा की काली, तारा, षोडशी त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, भैरवी, धूमावती, बगला, मातंगी, कमला समेत ये दस महाविद्याएं की पूजा की जाती हैं।
माघ गुप्त नवरात्रि 2023
पहली गुप्त नवरात्रि माघ मास में पड़ रही है। जो 22 जनवरी 2023 को शुरू हो रहे है और समाप्त 30 जनवरी को हो रही हैं। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 22 जनवरी को सुबह 08:34 से लेकर 09:59 तक है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से गुप्त नवरात्रि आरंभ हो जाती है। इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 19 जून 2023 से शुरू हो रहे हैं, जो 28 जून 2023, बुधवार को समाप्त हो जाएंगे।
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