POK का था रियासी में मारा गया आतंकी, मार्शल आर्ट की भी ले रखी थी ट्रेनिंग, ऐसे हुआ खुलासा
24CityLive: जम्मू कश्मीर संभाग के रियासी में चार सितंबर को हुई मुठभेड़ को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। मारे गए आतंकी की पहचान हो गई है। वह पीओके के कोटली का रहने वाला था। साथ ही मार्शल आर्ट प्रशिक्षित था।
वह आतंकी संगठन पीएएफएफ का एरिया कमांडर था। उसे पाकिस्तान से जम्मू संभाग में अलग-अलग जगहों पर आतंकवाद को पुनर्जिवित करने और आतंकी हमले करने के लिए भेजा गया था।
सूत्रों का कहना है कि इस आतंकी को लेकर कुछ दिन पहले कोटली में एक शोक सभा भी रखी गई थी। एक सम्मेलन भी किया गया। इसमें पीएएफएफ के आतंकी और कई लोग मौजूद रहे। आतंकी की तस्वीरें भी वहां प्रदर्शित की गईं। जानकारी के अनुसार आतंकी शकील कोटली के पंगाग शरीफ का रहने वाला था। सूत्रों का कहना है कि इस आतंकी को पाकिस्तानी ने न सिर्फ हथियार देकर भेजा था, बल्कि उसे मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण भी दिया था। पाकिस्तान की इस साजिश से सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गई हैं।
रियासी में पुलिसकर्मी के परिवार को बना लिया था बंधक
चिनाब घाटी के रियासी जिले के चसाना इलाके में तीन सितंबर की रात को एक एसपीओ (विशेष पुलिस अधिकारी) के परिवार को आतंकियों ने बंधक बना लिया था। गत रविवार देर रात दो आतंकी गांव में पहुंचे। उन्होंने एसपीओ लतीफ के घर का दरवाजा खुलवाया व जबरन घुस गए। परिवार वालों को उन्होंने हथियार के बल पर बंधक बना लिया। उन्होंने घर पर खाना भी खाया। इस बीच वे सो गए तो पति-पत्नी किसी प्रकार निकले और उन्होंने इलाके में तैनात सुरक्षाकर्मियों को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस मुख्यालय को सूचना दी। फिर पूरे इलाके को घेरा गया। अंधेरा होने की वजह से ऑपरेशन को रोका गया। अगले दिन चार सितंबर को ऑपरेशन शुरू हुआ। इस दौरान एक आतंकी को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया, जिसकी अब पहचान हुई है।
आतंकवाद मुक्त रियासी जिला फिर पाकिस्तान के निशाने पर है। यहां के शांत माहौल को वह बिगाड़ने की लगातार कोशिशें कर रहा है। जुलाई 2022 में तुकसान गांव में ग्रामीणों ने लश्कर ए ताइबा के दो आतंकियों तालिब हुसैन तथा अहमद डार को जिंदा पकड़ा था। सरकार ने बहादुर ग्रामीणों को पुरस्कार भी दिया था।
आतंकी तालिब राजोरी तो अहमद बारामुला का रहने वाला है। शातिर तालिब ने भाजपा में भी घुसपैठ कर ली थी। वह कुछ दिनों तक पार्टी के आईटी सेल में भी रहा था। सितंबर 2022 में पल्लासू नाले से आतंकी जफर मन्हास को गिरफ्तार किया गया था।