24CITYLIVE/बिहार/गोपालगंज:शराबबंदी कानून का पालन कराने के लिए जिनके कंधों पर सरकार ने जिम्मेदारी सौंपी है, वही शराब के नशे में धुत पाये गये. मामला उचकागांव थाने का है. यहां पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक अनिल सिंह शराब के नशे में पाये गये. जांच में पुष्टि होने के बाद एसपी स्वर्ण प्रभात ने दारोगा अनिल सिंह काे निलंबित कर दिया. निलंबित दारोगा को पुलिस लाइन में योगदान देने का निर्देश दिया गया. वहीं, दारोगा को न्यायालय में अग्रसारित किया गया.
बताया जाता है कि पुलिस अधीक्षक के यहां आम जनता द्वारा सूचना दी गयी कि उचकागांव थाने में प्रतिनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक अनिल सिंह शराब के नशे में है. सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लिया और इसकी जांच के लिए थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर को निर्देश दिये. थानाध्यक्ष द्वारा कराये गये जांच में पुलिस अवर निरीक्षक अनिल सिंह की शराब पीने की पुष्टि हुई. रिपोर्ट आते ही तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया गया और न्यायालय में अग्रसारित किया गया.
बताया जाता है कि पुलिस अधीक्षक के यहां आम जनता द्वारा सूचना दी गयी कि उचकागांव थाने में प्रतिनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक अनिल सिंह शराब के नशे में है. सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लिया और इसकी जांच के लिए थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर को निर्देश दिये. थानाध्यक्ष द्वारा कराये गये जांच में पुलिस अवर निरीक्षक अनिल सिंह की शराब पीने की पुष्टि हुई. रिपोर्ट आते ही तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया गया और न्यायालय में अग्रसारित किया गया.
बता दें कि इसके पहले स्वास्थ्य विभाग में स्वास्थ्य समिति के जिला मूल्यांकन और अनुश्रवण पदाधिकारी अनुराग जीतन को पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेजा था. दो दिनों में दो सरकारी सेवकों की शराब पीने के आरोप में गिरफ्तारी होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. शराबबंदी कानून का पालन करानेवाले अफसरों द्वारा शराब का सेवन किये जाने पर लाेग भी सवाल उठा रहें हैं.
वहीं, पुलिस अधीक्षक ने साफ कह दिया है कि कानून का उल्लंघन करनेवाले आम हो या खास, किसी को बख्शा नहीं जायेगा. शराब सेवन या बेचने की सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी.