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बिहार के पूर्णिया में भीड़ ने थाना प्रभारी, CO, RO, को क्यों बनाया बंधक?



24CITYLIVE/News/Desk/पूर्णिया: सरसी थानाक्षेत्र के कचहरी बलुआ में बीते 18 अक्टूबर को दो डिसमिल जमीन के 22 साल पुराने विवाद में दो सगे भाई उपेंद्र राम व राजेंद्र राम की हत्या की घटना ने रविवार को एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया. दोनों मृतक के शव को लेकर उग्र भीड़ ने स्टेट हाइवे 77 पर जमकर उपद्रव किया. पुलिस पर पथराव के बाद थानाध्यक्ष, सीओ, आरओ समेत वहां मौजूद सभी पदाधिकारियों को उग्र भीड़ ने बंधक बना लिया. पेट्रोल पंप में तोड़फोड़ मचायी. इसके बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार के नेतृत्व में भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने बल प्रयोग करते हुए बंधक बनाये गये सभी पदाधिकारियों को मुक्त करा लिया. हालांकि इसके बाद भी छिटपुट पथराव जारी रहा जिसे दो घंटे की मशक्कत के बाद नियंत्रित किया गया. पुलिस घटनास्थल पर लगातार कैंप कर रही है.

जमीन विवाद में दो लोगों की हुई थी हत्या

इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार ने बताया कि दो दिन पहले 2 डिसमिल जमीन विवाद में दो व्यक्ति की हत्या हो गई थी . पीड़ित पक्ष के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज किया गया. फर्द बयान में 14 लोगों का नाम दिया गया था जिसमें 11 लोगों की गिरफ्तारी रात में ही कर ली गई. पोस्टमार्टम के परिजनों के द्वारा बताया गया कि शव का दाह संस्कार रविवार को किया जाएगा. हालांकि कुछ लोगों के बहकावे में आकर शव के साथ रोड जाम किया गया. घटनास्थल पर पेट्रोल पंप को काफी क्षति पहुंचायी गई.

शव के साथ लोगों ने सड़क किया जाम

जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह 8 बजे एसएच 77 कुर्सेला-रानीगंज रोड पर कचहरी बलुआ पेट्रोल पंप के सामने दोनों मृतक के शव को लेकर सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित लोगों ने चंपानगर,फारबिसगंज व बनमनखी जानेवाली सड़क को जाम कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर सुबह 9.45 बजे सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र यादव, अंचल पदाधिकारी अजय कुमार रंजन, राजस्व अधिकारी बालकृष्ण भारद्वाज पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद उग्र भीड़ ने पदाधिकारियों और पुलिस बल पर लाठी, डंडे ,चप्पल, जूता , पत्थर से हमला कर दिया.

जान बचाने के लिए पेट्रोल पंप में छिपे अधिकारी

सभी पदाधिकारी अपनी जान बचाने के लिए पास के ही पेट्रोल पंप के कक्ष में खुद को बंद कर लिया. हालांकि भीड़ ने पेट्रोल पंप को चारों तरफ से घेर कर सभी पदाधिकारी को बंधक बना लिया. यहां तक कि पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरा, पंप के खिड़की दरवाजे तोड़ दिये. इसकी सूचना मिलने पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार जानकीनगर, बनमनखी, सरसी, चंपानगर, केनगर थाने समेत सैकड़ों पुलिस बल के साथ पहुंचे. पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर बितर किया जिसके बाद बंधक बने पदाधिकारियों को सकुशल मुक्त करा लिया गया.

जमीन विवाद में दो भाई की हत्या पर पांच घंटे रणक्षेत्र में तब्दील रहा सरसी कचहरी बलुआ

दो सगे भाई उपेंद्र राम व राजेंद्र राम की हत्या को लेकर रविवार को पांच घंटे तक कचहरी बलुआ रणक्षेत्र में तब्दील रहा. दोनों शव लेकर एसएच 77 कुरसेला फारबिसगंज रोड के कचहरी बलवा पेट्रोल पंप के समीप टायर जलाकर प्रदर्शन किया. पुलिस बल के पहुंचने के बाद भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया और पुलिस पर टूट पड़ी. जिसके हाथ में जो आया, उसी से पुलिस और प्रशासनिक अपराधियों पर हमला कर दिया. जूते, चप्पल, लाठी, डंडे, पत्थर बरसते देख थानाध्यक्ष समेत पदाधिकारियों ने भागकर अपनी जान बचायी और पेट्रोल पंप के कमरे में बंद हो गये. हालांकि भीड़ ने पेट्रोल पंप में भी तोड़फोड़ मचानी शुरू कर दी.

सुबह 8 बजे से शुरू हुआ उपद्रव करीब एक बजे दिन तक चलता रहा. इस दौरान किसी भी राहगीर की हिम्मत उधर से गुजरने की नहीं हुई. करीब 10 बजे दिन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे तब जाकर स्थिति नियंत्रित होनी शुरू हुई. मगर पूरी तरह से नियंत्रित होने में एक बज गये.

दबिया के वार से बाल-बाल बचे सरसी थानाध्यक्ष

सरसी कचहरी बलुआ में उपद्रव को नियंत्रित करने की कोशिश सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र यादव उस वक्त बाल-बाल बच गये जब उनपर भीड़ में शामिल एक युवक ने दबिया से प्रहार कर दिया. इसके बाद पुलिस टीम ने दौड़ कर आरोपित को पकड़ लिया गया .इस वक्त पुलिस ने लगभग 5-6 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया.

हेलमेट पहने और हाथ में डंडा लिए पहुंचे एसडीपीओ

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार हेलमेट पहने और हाथ में डंडा लिए हुए घटनास्थल पर पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंचने के बाद बल का प्रयोग किया गया. लोगों को तीतर बीतर करने के बाद स्थिति नियंत्रित की जा सकी.

घटना के रोज पुलिस पर दो घंटे देर से आने का आरोप

मृतकों की विधवा विशाखा देवी व कौशल्या देवी ने आरोप लगाया कि जिस दिन घटना हुई थी पुलिस को कई बार कॉल करने के बाद वह समय पर नहीं आयी. 2 घंटे बाद आयी. अगर समय से पुलिस आयी होती तो दोनों की जान बच सकती थी. उन्होंने कहा कि जब तक एसपी साहब नहीं आएंगे तब तक जाम नहीं तोड़ेंगे .हमलोगों को सरकारी नौकरी व मुआवजा चाहिए .

दाह संस्कार के लिए शव को घर भिजवाया

उपद्रव शांत होने पर पुलिस ने मृतक के परिजनों को दोनों शव के साथ घर भिजवाया .दाह संस्कार करने के लिए स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह ने 6000 दिये. जब तक शव का दाह संस्कार नहीं हो जाता है तब तक पुलिस फोर्स वहां बनी रहेगी.

मृतकों के घर पर चौकीदार की तैनाती

एसडीपीओ हुलास कुमार ने बताया कि आरोपित 14 में से 11 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है .हमलोग यह चाहते हैं कि पीड़ित परिवार को किसी भी तरह की परेशानी ना हो. हम लोग लगातार पीड़ित परिवार से टच में है. जब से घटना घटी है और वहां पर हमने चौकीदार को भी रखा है ताकि किसी भी तरह की कोई परेशानी उत्पन्न ना हो. पीड़ित परिवार को हर जगह पुलिस का सहयोग मिला.

उपद्रवियों में अररिया के लोग शामिल

पुलिस के अनुसार, घटनास्थल अररिया जिला की सीमा है. उपद्रव में अररिया जिले के भी लोग थे. पुलिस के अनुसार दूसरे जिले से आकर लोगों ने यहां माहौल खराब किया था, उन सभी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. घटना की सूचना मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी चंदकिशोर सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर शंकर शाह, बीडीओ सरोज कुमार भी पहुंचे थे.

सरसी के दोहरे हत्याकांड में 11 गिरफ्तार, खून सना तलवार बरामद

दो सगे भाई उपेंद्र राम व राजेंद्र राम की हत्या की घटना को लेकर पुलिस ने 15 अभियुक्तों में से 11 को छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है. सरसी थाना में रविवार की शाम को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि मृतक के शरीर पर तलवार से प्रहार किया गया था. तलवार भी जब्त कर लिया गया है.
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार ने बताया कि प्रखंड के कचहरी बलवा वार्ड नंबर 10 में दो पक्षों में जमीन विवाद को लेकर झड़प हुई थी. इसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हुए थे. एक पक्ष के लोग काफी ज्यादा घायल हो गए थे. उसमें दो व्यक्ति की मौत हो गई थी. चार लोगों का इलाज चल रहा था. घटना के उपरांत घटना में प्रयोग हुए खून लगा तलवार , खून लगा एक डंडा , खून लगी एक साड़ी बरामद किया गया. छह अभियुक्त के शरीर पर खून के छींटे एफएसलएल टीम के द्वारा कलेक्ट किया गया.

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों के फर्द बयान में 15 व्यक्ति का नाम था. असमें सरसी पुलिस ने सघन छापेमारी कर 11 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. इसमें एक विधि विरुद्ध बालक है. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति में मुसहरु राम, वीरेंद्र राम, इंद्र कुमार, अमित कुमार, सुमित कुमार, मुकेश कुमार, मांकिया देवी, तेतरी देवी, भोली देवी, नीलम देवी शामिल हैं. बाकी बचे चार अभियुक्तों के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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