
24CITYLIVE/सासाराम, बिहार: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम में निगरानी विभाग को एक और बड़ी सफलता मिली है। मुजफ्फरपुर से संबंध रखने वाले और फिलहाल सासाराम जीआरपी (राजकीय रेल पुलिस) में तैनात दारोगा विजय कुमार सिंह को बुधवार को निगरानी विभाग की टीम ने ₹5,000 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई से जिले के पुलिस महकमे, खासकर जीआरपी थाने में हड़कंप मच गया।
रंगे हाथ दबोचा गया दारोगा
मिली जानकारी के अनुसार, निगरानी विभाग की टीम बुधवार को अचानक सासाराम रेलवे स्टेशन स्थित जीआरपी थाना पहुंची। यहीं पर सहायक उत्पाद निरीक्षक बसंती कुमारी से दारोगा विजय कुमार सिंह ₹5,000 की रिश्वत ले रहे थे, तभी निगरानी विभाग की टीम ने उन्हें दबोच लिया। अचानक हुई इस कार्रवाई से रिश्वतखोर दारोगा की बोलती बंद हो गई। हालांकि, उसने विरोध करने की कोशिश भी की, लेकिन निगरानी विभाग के जवानों ने उसे तुरंत काबू कर लिया।
शिकायत और सत्यापन के बाद कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद दारोगा विजय कुमार सिंह को सर्किट हाउस ले जाया गया, जहां घूस की राशि को पानी में भिगोने पर पानी लाल हो गया, जिससे रिश्वत लेने की पुष्टि हुई। निगरानी विभाग की डीएसपी किरण कुमारी ने बताया कि संझौली निवासी बसंती कुमारी के पति रंजीत कुमार के खिलाफ जीआरपी थाने में मारपीट का एक मामला दर्ज था। इसी मामले में थाने से बेल दिलवाने के नाम पर दारोगा विजय कुमार सिंह ₹15,000 की रिश्वत की मांग कर रहे थे। दारोगा द्वारा बसंती देवी को लंबे समय से परेशान किया जा रहा था।
निगरानी डीएसपी के अनुसार, बसंती कुमारी ने इस मामले की शिकायत निगरानी विभाग से की थी, जिसके बाद विभाग ने मामले का कई बार सत्यापन कराया। सत्यापन में रिश्वत की मांग सही पाए जाने के बाद ही बुधवार को जाल बिछाया गया। बसंती कुमारी ₹5,000 लेकर थाने पहुंचीं और जैसे ही उन्होंने यह राशि सब इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह को दी, निगरानी विभाग की टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
सभी कागजी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद घूसखोर दारोगा विजय कुमार सिंह को निगरानी विभाग की टीम पटना ले गई। इस गिरफ्तारी से पुलिस महकमे में एक कड़ा संदेश गया है कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।