24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना:
अतिक्रमण मुक्त करने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक स्तर पर तैयारी की है। शहर के सभी प्रमुख स्थानों और मोहल्लों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए 153 पुलिस बलों की स्थायी तैनाती की गई है।
इनमें सिपाही से लेकर डीएसपी तक के पदाधिकारी हैं।गृह विभाग ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है। यह बल स्थानीय जिला प्रशासन और पटना नगर निगम को अतिक्रमण हटाने में सहयोग करेगा। इसके अतिरिक्त इस बल को अन्य कोई कार्य नहीं दिए जाएंगे। इसमें 3 डीएसपी, 3 इंस्पेक्टर, 9 दारोगा, 18 सहायक पुलिस अवर निरीक्षक (एएसआई) और 120 सिपाही शामिल हैं। इस पर पहले ही कैबिनेट की सहमति मिल चुकी है।
पटना को तीन जोन में बांटकर होगी तैनाती इस बल के समुचित तरीके से काम करने के लिए पूरे पटना शहर को तीन जोन पटना मध्य, पटना पूर्वी एवं पटना पश्चिमी में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन के प्रभारी एक डीएसपी होंगे। हर जोन में डीएसपी समेत 51 पुलिसकर्मी होंगे, जिसमें 1 इंस्पेक्टर, 3 दारोगा, 6 एएसआई और 40 सिपाही शामिल रहेंगे। यह दल नगर निगम या जिला प्रशासन के स्तर से अतिक्रमण हटाने वाली कार्रवाई में शामिल होंगे।
इसलिए पड़ी इसके गठन की जरूरत पटना शहर की आबादी तेजी से बढ़ी है। राजधानी होने के कारण बड़ी आबादी रोज आसपास के इलाकों से भी शहर में आती है। इसके बीच फुटपाथी दुकानों और अतिक्रमण के कारण अव्यवस्था की स्थिति हो जाती है। गृह विभाग से जारी आदेश के अनुसार, पर्व-त्योहार, प्रोटोकाल, परीक्षा, राजनैतिक कार्यक्रम, धरना-प्रदर्शन आदि में जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन के नियमित बल के व्यस्त हो जाने से शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान नियमित नहीं चल पाता था। इसका लाभ अतिक्रमणकारी और अव्यवस्था फैलाने वाले तत्वों को मिलता है। अब पटना नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस बलों की एकीकृत टीम सतत अभियान चलाएगी।