24CITYLIVE: भूषण स्टील पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है. कंपनी के 30 से ज्यादा ठिकानों पर ईडी ने छापे मारे हैं, इनमें से कुछ जगहों पर सर्वे ऑपरेशन भी चलाया गया है. ये पूरा मामला 56,000 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड से जुड़ा है.
ईडी ने इन छापों को लेकर सोमवार को बड़ी जानकारी दी है.
ईडी का कहना है कि उसने कंपनी के दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, कोलकाता, मुंबई और भुवनेश्वर स्थित परिसरों पर 13 अक्टूबर को छापे मारे थे. कुल 30 जगहों पर छापा मारने की कार्रवाई की गई. ईडी ने भूषण स्टील के खिलाफ ‘सीरियस फ्रॉड इंवेस्टिगेशन ऑफिस’ (SFIO) के पास दर्ज शिकायत के आधार पर कार्रवाई शुरू की थी. इसमें मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कानून के उल्लंघनों को देखते हुए ईडी ने छापा मारने की कार्रवाई को अंजाम दिया है.
ईडी को छापे में मिला ये सब
ईडी को छापों के दौरान कई दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड मिले, जिन्हें जब्त कर लिया गया है. डिजिटल रिकॉर्ड्स कंपनी के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सिंघल और कुछ एम्प्लॉइज से जुड़े पाए गए. इसके अलावा ईडी ने 72 लाख रुपये कैश जब्त किए हैं. इसमें 52 लाख रुपये करीब की विदेशी करेंसी मिली है. साथ ही 3 लग्जरी कार को भी जब्त किया गया है जिनकी कुल वैल्यू करीब 4 करोड़ रुपये है.
ईडी की जांच में सामने आई ये बात
ईडी की जांच में सामने आया कि बंद हो चुकी भूषण स्टील लिमिटेड और उसके मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सिंघल ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कई शेल (फर्जी) कंपनियां बनाई. इन कंपनियों के माध्यम से फंड की हेरा-फेरी की गई. दिवालिया हो चुकी इस कंपनी को अब टाटा स्टील खरीद चुकी है. हालांकि भूषण स्टील के पुराने मैनेजमेंट के खिलाफ ईडी की जांच अभी जारी है.
SBI, PNB को हुआ नुकसान
ईडी की जांच में ये भी पता चला कि बैंकों से लोन के तौर पर जो फंड लिया गया, उससे कंपनी में पूंजी डाली गई. उस रकम को प्रॉपर्टी खरीदने और निजी काम के लिए इस्तेमाल किया गया. जबकि बैंकों ने ये पैसा किसी और काम के लिए कंपनी को दिया था. इतना ही नहीं कंपनी के प्रमोटर्स और डायरेक्टर्स ने ‘लेटर्स ऑफ क्रेडिट’ लेने के लिए बैंकों के सामने फर्जी दस्तावेज पेश किया. इससे मुख्य तौर पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को भारी नुकसान हुआ.