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पटना डीएम ने सचिवालय कोषागार, सिंचाई भवन का किया औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं पर जताई खुशी

24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना, बुधवार, 28 मई 2025: पटना के समाहर्ता-सह-जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने आज सचिवालय कोषागार, सिंचाई भवन, पटना का औचक निरीक्षण किया। बिहार कोषागार संहिता, 2011 के प्रावधानों के तहत यह एक नियमित निरीक्षण था। डीएम ने कार्यालय प्रबंधन की अच्छी स्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वरीय कोषागार पदाधिकारी को संहिता के प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

पूर्व निर्देशों का हुआ पालन
डीएम डॉ. सिंह ने बताया कि पूर्व के निरीक्षणों में दिए गए निर्देशों का बेहतर ढंग से पालन किया गया है। पुराने रिकॉर्ड का नियमानुसार निष्पादन किया गया है और अभिलेखागार में कोषागार के अभिलेखों का विधिवत रखरखाव सराहनीय है। उन्होंने वरीय कोषागार पदाधिकारी को कर्मियों का अवकाश लेखा अद्यतन करने और सेवानिवृत्त कर्मियों के लंबित पेंशन भुगतान को विशेष प्रयास कर नियमानुसार निष्पादित करने का निर्देश भी दिया।


कोषागार की कार्यप्रणाली और कंप्यूटरीकरण
लगभग 11:30 बजे पूर्वाह्न में डीएम ने कोषागार पहुंचकर कर्मियों की उपस्थिति की जांच की और विभिन्न कक्षों व शाखाओं का अवलोकन किया। उन्होंने सीएफएमएस, स्थापना, पेंशन, अंकेक्षण, सेवापुस्तिका संधारण, लेखा, रोकड़ बही और खातों सहित विविध पंजियों का निरीक्षण किया।
वरीय कोषागार पदाधिकारी श्री नीलकमल ने जिलाधिकारी को जानकारी दी कि वर्तमान में इस कोषागार से लगभग 250 कार्यालय और 400 अप्रूवर (डीडीओ, निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी) संबद्ध हैं। यह कोषागार पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत है और यहां सीएफएमएस सॉफ्टवेयर 1 अप्रैल, 2019 से कार्यरत है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से संबंधित निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी (डीडीओ) अपने कार्यालय से ही कोषागार को ऑनलाइन विपत्र समर्पित करते हैं, जिससे कोषागार में भीड़ नहीं होती।


पेंशन भुगतान में तेजी
महालेखाकार, बिहार द्वारा निर्गत पीपीओ के आधार पर सेवानिवृत्त कर्मियों का पेंशन इस कोषागार द्वारा सीएफएमएस के माध्यम से कोषागार संहिता, 2011 के अनुसार प्रतिदिन निष्पादित किया जाता है। 1 अप्रैल, 2019 के बाद स्वीकृत सभी पेंशनरों को सीएफएमएस के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान किया जाता है और उनका पीपीओ इसी कार्यालय में संधारित किया जाता है। अब तक 4,148 पीपीओ निष्पादित किए जा चुके हैं। डीएम डॉ. सिंह ने इस पर खुशी व्यक्त करते हुए शेष लंबित 15 पीपीओ को भी विशेष प्रयास कर निष्पादित करने का निर्देश दिया।
बायोमेट्रिक उपस्थिति और अभिलेखों का रखरखाव
कोषागार में अभिलेखागार में निष्पादित अभिलेखों को सुरक्षित रखा जाता है। सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देशानुसार सभी कर्मियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित की जाती है, जिस पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वरीय कोषागार पदाधिकारी को इसका नियमित अनुश्रवण करने का निर्देश दिया। डीएम ने कोषागार में कार्यरत लिपिकों, कार्यालय परिचारियों और डाटा एंट्री ऑपरेटर की सेवा पुस्तिका/सेवा अभिलेख तथा विभिन्न पंजियों के विधिवत ढंग से अद्यतन सत्यापन कर संधारण पर भी खुशी व्यक्त की। अंत में, डीएम डॉ. सिंह ने वरीय कोषागार पदाधिकारी को कोषागार के पुराने और अनुपयोगी सामानों, तकनीकी संभाग के उपकरणों तथा अभिलेखों को विहित प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए नियमानुसार निस्तारित/विनष्टीकरण करने का निर्देश दिया।

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