
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना/16 मई: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने आज एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि मुंगेर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सीताकुण्ड के विकास के लिए राज्य सरकार ने ₹6.98 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस परियोजना का उद्देश्य सीताकुण्ड में पर्यटकीय सुविधाओं का विकास करना है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में इस योजना के तहत प्रथम किस्त के रूप में ₹3.49 करोड़ की राशि की निकासी और व्यय की स्वीकृति भी दे दी गई है। उपमुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह महत्वाकांक्षी योजना अगले 12 महीनों में पूरी कर ली जाएगी, जिससे सीताकुण्ड आने वाले स्थानीय और बाहरी पर्यटकों को बेहतर और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
सीताकुण्ड में प्रस्तावित विकास कार्यों की जानकारी देते हुए श्री चौधरी ने बताया कि इसमें प्रवेश द्वार का आकर्षक निर्माण, आधुनिक शौचालय ब्लॉक, पर्यटकों के लिए दुकानों की सुव्यवस्थित व्यवस्था, सुरक्षा के लिए चहारदीवारी, वाहनों के लिए पार्किंग क्षेत्र का विकास, पूरे साइट का समग्र विकास और कुंड के चारों ओर सीढ़ियों का निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। इस पूरी परियोजना का कार्यान्वयन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जाएगा।
मुंगेर का सीताकुण्ड एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जिसकी मान्यता रामायण काल से जुड़ी हुई है। ऐसा माना जाता है कि इसी स्थान पर माता सीता ने अग्नि परीक्षा दी थी। किंवदंती है कि जिस स्थान पर वे खड़ी थीं, वहां एक गर्म जल का कुंड प्रकट हुआ, जो आज भी सालभर गर्म रहता है और इसे रामतीर्थ के नाम से भी जाना जाता है।
सीताकुण्ड में साल भर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन माघ महीने में आयोजित होने वाला विशाल मेला इसकी एक खास पहचान है। राज्य सरकार द्वारा इस ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थल के विकास के लिए उठाए गए इस कदम से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे, जिससे क्षेत्र की आर्थिक प्रगति सुनिश्चित हो सकेगी।