
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना: 29 मई को बिहार विधानसभा आम निर्वाचन-2025 की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को अधिवेशन भवन, पटना में निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों (ईआरओ) के लिए आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण के दूसरे और अंतिम चरण में बिहार के सभी जिलों से कुल 120 निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश
प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार, विनोद सिंह गुंजियाल ने सभी ईआरओ को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करने और ‘आश्वस्त न्यूनतम सुविधा’ (एएमएफ) को अभी से ही सुनिश्चित करने का आदेश दिया।

गुंजियाल ने मतदाता सूची के शुद्धिकरण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण आंकड़ों का उपयोग करके मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाया जाए। उन्होंने मतदाता सूची में लिंगानुपात को ठीक करने और योग्य युवाओं के नाम सूची में जोड़ने के लिए बूथवार आंकड़े निकालकर काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

मतदाता सूची के संवैधानिक प्रावधानों और तकनीकी पहलुओं पर गहन जानकारी
प्रशिक्षण के दौरान, राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर (एनएलएमटी) उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी, रत्नाम्बर निलय, मनोज कुमार सिंह, एनएलएमटी यशलोक रंजन और अवर निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती शिखा सिन्हा ने अधिकारियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने मतदाता सूची से संबंधित संवैधानिक व कानूनी प्रावधानों और ईआरओ नेट (ERO-Net) के बारे में विस्तार से बताया, जो चुनावी प्रक्रिया को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


ऑनलाइन मूल्यांकन से सुनिश्चित हुई दक्षता
प्रशिक्षण के उपरांत, सभी प्रशिक्षित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों (ईआरओ) का भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ऑनलाइन मूल्यांकन भी किया गया। इस मूल्यांकन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि ईआरओ ने प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी को ठीक से समझा है और वे आगामी विधानसभा चुनावों के लिए प्रभावी ढंग से अपनी जिम्मेदारियां निभा सकें। यह प्रशिक्षण बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को निष्पक्ष, पारदर्शी और सुचारू रूप से संपन्न कराने की दिशा में एक अहम कदम है।