24CityLive:उतर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (82) का सोमवार को निधन हो गया. वह काफी समय से बीमार चल रहे थे. तबीयत ज्यादा खराब होने पर उनको गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान सुबह आठ बजकर 16 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली.
वहीं, मुलायम के निधन की सूचना मिलते ही सपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है. बताया जा रहा है कि मुलायम का पार्थिव शरीर मेदांता अस्पताल से सीधे सैफई ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार कल यानि मंगलवार को होगा. अंतिम दर्शन के लिए आज उनका शव सैफई आवास पर रखा जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मेंदाता अस्पताल पहुंचकर मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर हैं. यहां उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव को याद किया. उन्होंने कहा कि उनकी सलाह और आशीर्वाद मेरे लिए अमानत की तरह है. उनका निधन देश के लिए बड़ी क्षति है. पीएम मोदी ने कहा कि 2019 के चुनावों से पहले भी मुझे उनका आशीर्वाद मिला था. आज गुजरात की धरती से मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं. अभी जुलाई महीने में मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का निधन हो गया था. वह फेफड़ों के संक्रमण और अन्य बीमारियों से पीड़ित थीं. उनका भी इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था. मेदांता में ही मुलायम ने भी आखिरी सांस ली है.
बता दें, मुलायम सिंह यादव स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से काफी समय से पीड़ित थे. अभी हाल ही में उनको लखनऊ के मेदांता अस्पताल में एडमिट कराया गया था. मुलायम सिंह यादव को पेट दर्द और पेशाब में संक्रमण था. तबीयत में सुधार होने के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया.
पहले से बीमार चल रहे थे मुलायम
मुलायम सिंह यादव की तबीयत पहले भी कई बार बिगड़ गई थी. पिछले साल 1 जुलाई को भी उनको मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बेचैनी होने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेदांता में उनका इलाज डॉक्टर सुशीला कटारिया की देखरेख में चल रहा था. वहीं, पीएम मोदी ने मुलायम सिंह के निधन पर अपनी संवेदना जताई है. साथ ही पर उनके साथ अपनी कई तस्वीरें पोस्ट की हैं.
सीएम योगी और राज्यपाल ने निधन पर जताया दुख
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुलायम सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने एक शोक संदेश में कहा है कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव अपने पीछे काम और सेवा की एक विशाल विरासत छोड़ गए हैं. उनके निधन से राजनीति के एक प्रमुख स्तंभ एवं एक संघर्षशील युग का अंत हुआ है. राज्यपाल ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है. वहीं, यूपी के सीएम योगी ने मुलायम के निधन पर संवेदना जताई है.
भाइयों में तीसरे नंबर पर थे मुलायम सिंह यादव
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बाबा का नाम मेवाराम था. मेवाराम के दो बेटे सुघर सिंह और बच्चीलाल सिंह थे. मुलायम सिंह यादव सुघर सिंह के बेटे थे. मुलायम सिंह यादव कुल पांच भाई थे, जिसमें शिवपाल यादव सबसे छोटे थे. अन्य भाइयों में रतन सिंह, राजपाल सिंह और अभय राम सिंह हैं. प्रो. रामगोपाल यादव मुलायम सिंह यादव के थिंक टैंक कहे जाते थे. रामगोपाल यादव मुलायम सिंह यादव के काफी नजदीक थे. कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव की पीढ़ी में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे रामगोपाल यादव ही हैं.
मुलायम साल 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश के सीएम बने थे. लेकिन, 1991 में जनता दल टूट गया. 1993 में उन्होंने फिर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाई, लेकिन ये सरकार भी बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ टकराव के बीच कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी. फिर वह 2003 में मुख्यमंत्री बने और 2007 तक इस पद पर आसीन रहें. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता उनको ‘नेताजी’ कहकर संबोधित करते थे.