
24CITYLIVE/आदर्श सिंह/पटना, 20 जून 2025: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से शिक्षा प्राप्त कर चुके 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी कार्तिकेय शर्मा ने आज पटना के नए वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के रूप में अपना पदभार ग्रहण कर लिया। इस अवसर पर पटना के सभी सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी और एसडीपीओ सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आम जनता के बीच सुरक्षा की भावना को मजबूत करना उनकी पहली प्राथमिकता है। अपराध की रोकथाम के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी शर्मा ने पुलिस और जनता के बीच संबंधों पर जोर देते हुए कहा, “पुलिस और जनता एक-दूसरे की पूरक हैं।” उन्होंने पुलिसकर्मियों को जनता के बीच रहकर संवेदनशीलता और समर्पण के साथ कार्य करने का निर्देश देने की बात कही।
हाल के दिनों में बढ़ते अपराध और पुलिस पर हो रहे हमलों के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर एसएसपी ने दो टूक जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस पर हमले किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, “आत्मरक्षा में यदि जरूरत पड़ी तो पुलिस गोली चलाने से पीछे नहीं हटेगी।”
कौन हैं पटना के नए एसएसपी कार्तिकेय शर्मा?
कार्तिकेय शर्मा मूल रूप से झारखंड के रहने वाले हैं। उनका जन्म 4 सितंबर 1988 को हुआ था और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रांची में पूरी की। शैक्षणिक रूप से वे बेहद प्रतिभाशाली रहे हैं। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और उसके बाद आईआईएम अहमदाबाद से प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (PGDM) किया।
मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी करने के बाद, कार्तिकेय शर्मा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की और 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी बने। उन्हें बिहार कैडर आवंटित किया गया, जहाँ उन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत से खुद को एक उत्कृष्ट प्रशासक के रूप में साबित किया।
अब तक का पुलिस करियर: वीरता और दक्षता का प्रमाण
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अपने पुलिस करियर की शुरुआत लखीसराय जिले से की। इसके बाद वे सीवान में एसडीपीओ, और फिर शेखपुरा तथा वैशाली जिलों में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में तैनात रहे। शेखपुरा में तैनाती के दौरान, एक जघन्य हत्या कांड के सफल उद्भेदन के लिए उन्हें भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था।
पूर्णिया के एसपी रहते हुए उनके नेतृत्व में कई सफल अभियानों को अंजाम दिया गया। अब पटना जैसे चुनौतीपूर्ण जिले की जिम्मेदारी मिलने के बाद, उनकी प्रशासनिक समझ, तकनीकी दक्षता और सख्त कार्यशैली से राजधानी की कानून-व्यवस्था में सुधार की उम्मीद की जा रही है। उनकी नियुक्ति से न केवल पुलिस बल में उत्साह का संचार हुआ है, बल्कि आम नागरिकों में भी एक सुरक्षित, जवाबदेह और आधुनिक पुलिसिंग व्यवस्था की उम्मीद जगी है।

