
24CITYLIVE/पटना: बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अपराध जगत पर एक और करारा प्रहार करते हुए सीतामढ़ी जिले में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। एसटीएफ ने जिले के बथनाहा थाना क्षेत्र में एक विशेष और सटीक छापेमारी को अंजाम देते हुए वांछित अपराधी देवेश कुमार उर्फ छोटू राय को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इस गिरफ्तारी ने न केवल सीतामढ़ी बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी सनसनी फैला दी है।
देवेश कुमार कोई मामूली अपराधी नहीं, बल्कि कुख्यात सरोज राय का सगा भाई और उसके आतंक का पर्याय बने गैंग का एक सक्रिय और महत्वपूर्ण सदस्य था। सरोज राय, जो अपने आपराधिक कृत्यों के लिए पूरे इलाके में बदनाम था, पहले ही एक पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है। अब उसके भाई की गिरफ्तारी से अपराध जगत की कमर टूटने की संभावना है।
पुलिस रिकॉर्ड खंगालने पर देवेश कुमार के काले कारनामों की लंबी फेहरिस्त सामने आती है। उस पर अकेले सीतामढ़ी जिले के विभिन्न थानों में हत्या जैसे जघन्य अपराध के साथ-साथ डकैती और आर्म्स एक्ट के तहत कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी लंबे समय से पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी।
एसटीएफ की इस साहसिक कार्रवाई को सीतामढ़ी जिले में अपराध नियंत्रण की दिशा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। एक ऐसे कुख्यात अपराधी के गैंग के एक सक्रिय सदस्य की गिरफ्तारी से स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है, जो लंबे समय से भय के माहौल में जी रहे थे। लोगों ने खुलकर पुलिस की इस बड़ी उपलब्धि की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल कायम होगा।
यह घटना बिहार पुलिस की अपराध के खिलाफ चल रही निरंतर और प्रभावी मुहिम की एक और बड़ी सफलता को दर्शाती है। एसटीएफ ने अपनी पेशेवर दक्षता और त्वरित कार्रवाई से यह साबित कर दिया है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और अपराधियों को आखिरकार सलाखों के पीछे पहुंचाया ही जाएगा। इस गिरफ्तारी से अन्य अपराधियों में भी डर का माहौल पैदा होने की संभावना है, जिससे अपराध दर में कमी आ सकती है। पुलिस अब देवेश कुमार से पूछताछ कर उसके गैंग के अन्य सदस्यों और उनके आपराधिक नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने का प्रयास करेगी। यह गिरफ्तारी निश्चित रूप से सीतामढ़ी जिले में अमन-चैन स्थापित करने में एक मील का पत्थर साबित होगी।